Edited By Punjab Kesari,Updated: 06 Jan, 2018 09:30 AM
7 वर्ष पहले संगरूर के नजदीक मस्तुआना साहिब में बनाए गए नकली हरिमंदिर साहिब के खिलाफ सिख संगठनों द्वारा प्रदर्शन किए गए थे। उस समय यह मामला पूरी तरह गर्माया था।
भवानीगढ़(संजीव): 7 वर्ष पहले संगरूर के नजदीक मस्तुआना साहिब में बनाए गए नकली हरिमंदिर साहिब के खिलाफ सिख संगठनों द्वारा प्रदर्शन किए गए थे। उस समय यह मामला पूरी तरह गर्माया था। उस समय संघर्ष कर रहे जत्थेदार पुरुषोत्तम सिंह फग्गूवाला ने मस्तुआना साहिब में बनाए जा रहे नकली हरिमंदिर साहिब का मुद्दा श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदारों के पास उठाया था ।
सरोवर को बंद करने का दिया था आदेश
इस दौरान जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह ने फग्गूवाला की दलीलों को सुनकर यह आदेश जारी कर दिए थे कि श्री हरिमंदिर साहिब के साथ मिलती-जुलती कोई भी चीज वहां रहने न दी जाए और सरोवर को बंद कर दिया जाए और हरिमंदिर साहिब के साथ मिलती सीढिय़ों को गिरा दिया जाए परन्तु उसके बावजूद अभी तक इस संबंधी कोई कार्रवाई नहीं हुई। जिसके खिलाफ पत्रकारों के साथ बातचीत करते यूनाइटिड अकाली दल के राष्ट्रीय महासचिव जत्थेदार पुरुषोत्तम सिंह फग्गूवाला ने जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह की तरफ से जारी की गई कापी दिखाते कहा कि यदि एस.जी.पी.सी. जैसी सिख कौम की सिरमौर संस्थाएं ही श्री अकाल तख्त साहिब के हुक्मनामे की ध’िजयां उड़ा रही हैं तो बाकी किसी से क्या उम्मीद रखी जा सकती है। फग्गूवाला ने कहा कि मस्तुआना साहिब में बनाए जा रहे नकली हरिमंदिर साहिब के मामले की लड़ाई वह आखिरी दम तक लड़ेंगे, चाहे उनको अपनी जान क्यों न गंवानी पड़े।