Edited By Punjab Kesari,Updated: 14 Jul, 2017 04:52 PM
नोटबंदी से आठ महीने बाद भी धार्मिक स्थानों पर लोग पुराने करंसी नोटों का माथा टेक रहे हैं। श्री दरबार साहब, माता वैष्णो देवी, माता चिंतपुर्णी आदि जैसे धार्मिक स्थानों के प्रबंधक इन पुराने नोटों को बदलवाने को लेकर परेशान हैं।
चंडीगढ़ः नोटबंदी से आठ महीने बाद भी धार्मिक स्थानों पर लोग पुराने करंसी नोटों का माथा टेक रहे हैं। श्री दरबार साहब, माता वैष्णो देवी, माता चिंतपुर्णी आदि जैसे धार्मिक स्थानों के प्रबंधक इन पुराने नोटों को बदलवाने को लेकर परेशान हैं।
बैंकों ने पुराने करंसी नोट स्वीकार करने बंद कर दिए हैं जिसे लेकर धार्मिक स्थानों के प्रबंधक पशोपश में हैं। फिलहाल वह सिर्फ यही अरदास कर रहे हैं कि किसी तरह रिजर्व बैंक आफ इंडिया नोट बदलवाने का एक मौका दे । अब जब सुप्रीम कोर्ट ने आर. बी. आई. को दो हफ्तों तक इसका कोई हल निकालने के लिए कहा है तो इन धार्मिक स्थानों के लिए पुराने करंसी नोट बदलवाने की कुछ आशा जगी है।
श्री दरबार साहिब में चढ़ा 20 लाख पुराने नोटों का चढ़ावा
सरकार द्वारा पुराने नोट बदलवाने की समय सीमा खत्म होने से छह महीनों बाद भी लोग 1000 और 500 के पुराने नोटों के साथ माथा टेक रहे हैं। अब तक श्री दरबार साहिब अमृतसर में पुराने करंसी के रूप में 20 लाख तक का चढ़ावा चढ़ चुका है।
मनसा देवी मंदिर में भी चढ़ाव में चढ़े पुराने नोट
पंचकुला स्थित माता मनसा देवी के मंदिर में भी बड़ी मात्रा में पुराने करंसी नोटों का चढ़ावा चढ़ा है। श्राईन बोर्ड के एग्जीक्यूटिव अफसर वी.जी.गोयल ने कहा कि वह ऐसे नोट अलग ले रहे हैं परन्तु वह नहीं जानते कि इन नोटों का क्या किया जाए। प्रधान मंत्री नरिन्दर मोदी की तरफ से नोटबन्दी के ऐलान के बाद 8 दिनों में मंदिर में 10 लाख पुराने नोटों का चढ़ावा चढ़ा था।
माता वैष्णो देवी मंदिर में 6 लाख का चढ़ावा चढ़ा
31 दिसंबर से अब तक श्री वैष्णो देवी मंदिर में अब तक पुराने करंसी नोटों का 6 लाख तक का चढ़ावा चढ़ाया जा चुका है। मंदिर के प्रबंधकों मुताबिक नोटबन्दी के ऐलान के बाद 9 नवंबर से 31 दिसंबर तक 2.25 करोड़ तक का पुराने नोटों का चढ़ावा चढ़ा था।