Edited By Updated: 04 Nov, 2016 04:08 PM
वन रैंक वन पैंशन के नाम पर केंद्र की मोदी सरकार द्वारा भूतपूर्व सैनिकों के साथ जो मजाक किया गया है वह बहुत निंदनीय है। वास्तव में वह वन रैंक वन पैंशन न होकर वन रैंक पांच पैंशन है।
होशियारपुर : वन रैंक वन पैंशन के नाम पर केंद्र की मोदी सरकार द्वारा भूतपूर्व सैनिकों के साथ जो मजाक किया गया है वह बहुत निंदनीय है। वास्तव में वह वन रैंक वन पैंशन न होकर वन रैंक पांच पैंशन है। मोदी सरकार की इसी जुमलेबाजी के चलते लगातार संघर्ष करते हुए सूबेदार राम किशन ने अत्महत्या कर ली और शायद देश के वह पहले भूतपूर्व सैनिक हैं जिन्होंने मोदी सरकार की वन रैंक वन पैंशन से प्रताड़ित होकर अत्महत्या की।
उक्त विचार आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय परिषद के सदस्य एडवोकेट नवीन जैरथ, वरिष्ठ नेता व एक्स सर्विसमैन खरैती लाल कत्तना ने आम आदमी पार्टी की तरफ से आयोजित बैठक में कहे।
इन नेताओं ने कहा कि मोदी सरकार के अधीन आती दिल्ली पुलिस द्वारा सूबेदार राम किशन की मौत के बाद जो बदसलूकी उनके परिवार के सदस्यों के साथ की गई वह बहुत ही निंदनीय है। इसके लिए सरकार को तुरंत सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी चाहिए।
इस अवसर पर यूनाईटेड एक्स सॢवसमैन फ्रंट की तरफ से सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर सुरजीत सिंह, स्कवाड्रन लीडर एच.एम. कौशल, प्रधान बी.आर. जसवाल, सैक्टरी बी.आर. दादरा, कैप्टन डी.आर. कटारिया, तरलोक सिंह, लाजपत राय, सुरिन्द्र शर्मा, सूबेदार एम.सी. खट्टा, रघुवीर चंद, कैप्टन करनैल सिंह, मलकीयत सिंह, निर्मल सिंह, कुलदीप सिंह, हंस राज, देव राज इत्यादि ने भी सूबेदार राम किशन ग्रेवाल को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने सूबेदार रामकिशन की मौत को आत्महत्या नहीं बल्कि शहादत करार दिया। इन एक्स सॢवसमैनों ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा उन्हें जो वन रैंक वन पैंशन की सुविधा की गई है वह नाममात्र है।