Edited By Updated: 17 Jan, 2017 01:13 PM
राज्य सरकार ने गत 29 वर्षों से स्थानीय गऊशाला आश्रम कमेटी को कोई ग्रांट नहीं दी जहां लगभग 1300 पशुधन समेत साहीवाल गऊएं हैं।
नाभा (जैन): राज्य सरकार ने गत 29 वर्षों से स्थानीय गऊशाला आश्रम कमेटी को कोई ग्रांट नहीं दी जहां लगभग 1300 पशुधन समेत साहीवाल गऊएं हैं। विभिन्न सरकारों के मंत्री व मौजूदा उप-मुख्यमंत्री यहां आते रहते हैं परन्तु उन्होंने कभी भी अपनी जेब या सरकारी फंड में से कोई ग्रांट अदा नहीं की जिस कारण आश्रम कमेटी गंभीर आर्थिक संकट का शिकार है।
आश्रम कमेटी के कोषाध्यक्ष शाम लाल गुप्ता ने बताया कि सरकार ने नोटीफिकेशन मुताबिक शराब, बिजली, वाहनों व अन्य आइटमों से काऊ सैस लंबे अर्से से वसूल किया जा रहा है परंतु गऊशालाओं को अदा नहीं होता। ऐसा लगता है कि सरकार को गऊओं की सेवा संभाल की कोई चिंता नहीं। यहां देखने में आया है कि आश्रम में शैडों की कमी है। पशु खुले आसमान में सर्दी के बावजूद सर्दी में ठिठुरता नजर आता है। मंत्रियों के रखे पत्थर आश्रम परिसर से हटा दिए गए हैं। दूसरी ओर नगर में अनेक स्थानों पर गंदगी कूड़ा-कर्कट के ढेरों में पशुधन व बेसहारा गऊएं खाद्य सामग्री ढूंढने हेतु मुंह मारते हैं।