Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Dec, 2017 02:07 PM
घरेलू गैस की कालाबाजारी का दौर जहां मौजूदा समय में शहरभर में चरम सीमा पर है, वहीं विभागीय अधिकारियों ने शिकायतें मिलने के बावजूद आंखें मूंद रखी हैं। नतीजतन नगर में सक्रिय गैस माफिया घरेलू गैस सिलैंडरों की ब्लैक का गोरखधंधा पूरे जोर-शोर से बेखौफ चला...
लुधियाना(खुराना): घरेलू गैस की कालाबाजारी का दौर जहां मौजूदा समय में शहरभर में चरम सीमा पर है, वहीं विभागीय अधिकारियों ने शिकायतें मिलने के बावजूद आंखें मूंद रखी हैं। नतीजतन नगर में सक्रिय गैस माफिया घरेलू गैस सिलैंडरों की ब्लैक का गोरखधंधा पूरे जोर-शोर से बेखौफ चला रहा है। ऐसे में गैस माफिया के लिंक संबंधित खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अधिकारियों के साथ होने से इंकार नहीं किया जा सकता। नगर में सक्रिय गैस माफिया का नैटवर्क इतना स्ट्रांग हो चुका है कि वह एक फोन पर किसी भी कमर्शियल परिसर, रेहड़ी व चौपाटी वालों को बिना किसी बुकिंग के घरेलू गैस सिलैंडरों की सप्लाई कर रहा है, जबकि खपतकारों को बुकिंग करवाने के कई दिनों बाद भी गैस की शार्टेज बताकर सिलैंडरों की सप्लाई नहीं दी जा रही है। शहरभर में सक्रिय गैस माफिया द्वारा गली-मोहल्लों में सजी रेहडिय़ों, ढाबों व गैरकानूनी ढंग से चल रहे एल.पी.जी. फिलिंग स्टेशनों सहित मिनी सचिवालय तक में अपना जाल फैला रखा है, जहां वह ब्लैक में गैस सिलैंडरों की सप्लाई बिना किसी खौफ के करते रहते हैं लेकिन खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अधिकारी इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहे।
सिलैंडरों से चोरी हो रही गैस
मौजूदा समय में घरेलू गैस सिलैंडर की कीमत 770 रुपए के करीब है, जिसमें से 270 रुपए खपतकार को सरकार सबसिडी के रूप में बैंक में ट्रांसफर कर देती है, जबकि मार्कीट में यही सिलैंडर ब्लैक में करीब 1000 रुपए में बिक रहा है। आशंका यह भी है कि कुछ एजैंसी मालिक खुद ही अपने कर्मचारियों से सिलैंडरों की कथित ब्लैक करवा रहे हैं या फिर डिलीवरीमैन घरों में सप्लाई करने से पहले सिलैंडर से गैस चोरी करके एक्स्ट्रा सिलैंडर बनाकर लोगों को चूना लगा रहे हैं।
ए.एफ.एस.ओज ने झाड़ा पल्ला
इस मुद्दे संबंधी जब खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के ए.एफ.एस.ओज जसविंद्र सिंह व दमनजीत कौर से बात की गई तो उन्होंने उक्त गंभीर मामले से पल्ला झाड़ते हुए विभाग के एक अन्य ए.एफ.एस.ओ. के पाले में गेंद फैंक दी लेकिन जब उनसे उनके अधिकारों संबंधी ब्यौरा मांगा गया तो उन्होंने कहा कि वह अवैध सिलैंडरों संबंधी प्राप्त शिकायतों की चैकिंग करेंगे।
अवैध फिलिंग स्टेशनों व अन्य जगह रोजाना सप्लाई हो रहे सैंकड़ों सिलैंडर
गैस माफिया द्वारा शहरभर में चल रहे सैंकड़ों गैरकानूनी एल.पी.जी. फिलिंग स्टेशनों पर जहां रोजाना करीब 400 घरेलू गैस सिलैंडर डिलीवर किए जा रहे हैं, वहीं रेहड़ी, ढाबों व अन्य कमर्शियल परिसरों पर भी रोजाना 500-700 घरेलू गैस सिलैंडर ब्लैक कीमतों पर माफिया द्वारा बेचे जा रहे हैं। आखिर माफिया को इतनी बड़ी तादाद में गैरकानूनी घरेलू गैस सिलैंडर दे कौन रहा है। इस संबंध में अधिकतर एजैंसी मालिक इसका जिम्मेदार खपतकारों को ठहरा रहे हैं, जबकि सूत्रों का कहना है कि गैस की कालाबाजारी में कुछ बदनाम एजैंसी मालिकों व कर्मचारियों की बड़ी भूमिका को नकारा नहीं जा सकता।
चौपाटियों में बिक्री हो रहे अवैध सिलैंडर
शाम ढलते ही नगरभर में दर्जनों इलाकों में लगने वाली चौपाटियों में गैस एजैंसियों के डिलीवरीमैन आटोज में भरकर अवैध घरेलू गैस सिलैंडरों की सप्लाई देने के लिए पहुंच जाते हैं। आशंका बनी हुई है कि सरकार द्वारा मिलने वाली घरेलू गैस सिलैंडरों की सबसिडी राशि में बड़ा घपला हो रहा है, जिसमें एजैंसी मालिकों, विभागीय कर्मचारियों व डिलीवरीमैन के साथ ही कुछ खपतकारों की मिलीभगत बनी हुई है।