Edited By Updated: 21 Feb, 2017 11:32 AM
पिछले कई दिनों से इलाके में लगे गंदगी के ढेरों से परेशान तोपखाना मोड़ निवासियों ने नगर निगम के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया।
पटियाला(बलजिन्द्र): पिछले कई दिनों से इलाके में लगे गंदगी के ढेरों से परेशान तोपखाना मोड़ निवासियों ने नगर निगम के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया। लोगों ने कहा कि निगम सरेआम लोगों की सेहत के साथ खिलवाड़ कर रहा है। इलाके के लोगों ने ऐलान किया कि यदि नगर निगम ने जल्दी ही यहां गंदगी के ढेर न उठाए तो नगर निगम का घेराव किया जाएगा।
प्रदर्शनकारियों का कहना था कि म्यूनिसिपल निगम पटियाला शहर निवासियों की सेहत प्रति कितनी गंभीर है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पिछले दिनों निगम के सीवरेज कर्मचारियों की तरफ से तोपखाना सड़क पर स्थित सीवरेज मैनहोलों की सफाई की गई थी परंतु 10 दिन बीत जाने के उपरांत भी सीवरेज की गंदगी के लगे ढेर अभी तक साफ नहीं किए गए हैं।
इस कारण सड़कों पर गंदगी की बदबू से तोपखाना निवासी और सड़क से रोजाना निकलने वाले सैंकड़ों शहरी परेशान हो रहे हैं। बदबू के साथ-साथ यह गंदगी वाहनों के टायरों के साथ चारों तरफ फैल रही है परंतु निगम अधिकारियों को इस बात की कोई चिंता नहीं है और न ही यहां काम करने वाले सफाई कर्मचारियों को इस बात की परवाह है। तोपखाना रोड वैल्फेयर एसोसिएशन के कार्यकर्ता और इस सड़क के निवासी राजिन्द्रा अस्पताल के सीनियर डा. डी.एस. भुल्लर अनुसार सीवरेज की गंदगी के ढेर अनेकों बीमारियों को न्यौता दे रहे हैं।
इस संबंधी निगम सीधे तौर पर जिम्मेदार है। डा. भुल्लर के अनुसार पटियाला म्यूनिसिपल निगम की तरफ से तोपखाना स्थित निवासियों के साथ पिछले कई सालों से सौतेली मां जैसा व्यवहार किया जा रहा है जिस का कारण खुद इन वार्डों के म्यूनिसिपल कमिश्नर ही बता सकते हैं। डा. भुल्लर के अनुसार सड़क की सफाई संबंधी कुछ हद तक तोपखाना रोड निवासी खुद भी जिम्मेदार हैं क्योंकि लोगों की तरफ से अपने घरों की सफाई करके कूड़ा सड़कों पर खुलेआम फैंका जाता है जोकि स्वच्छ भारत अभियान की भावनाओं के उलट है और इस संबंधी म्यूनिसिपल कमीश्नरों को योग्य कार्रवाई करने की जरूरत है।