Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Oct, 2017 09:48 AM
कमिश्नरेट पुलिस की ढीली कारगुजारी के चलते शहर में आपराधिक वारदातों को अंजाम देने वाले कई मामलों में अपराधी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से फरार चल रहे हैं। इसमें मुख्य रूप से आर.एस.एस. नेता जगदीश गगनेजा का मामला कमिश्नरेट पुलिस की ढीली कारगुजारी के चलते...
जालंधर(पंजाब केसरी टीम) : कमिश्नरेट पुलिस की ढीली कारगुजारी के चलते शहर में आपराधिक वारदातों को अंजाम देने वाले कई मामलों में अपराधी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से फरार चल रहे हैं। इसमें मुख्य रूप से आर.एस.एस. नेता जगदीश गगनेजा का मामला कमिश्नरेट पुलिस की ढीली कारगुजारी के चलते सी.बी.आई को सौंप दिया गया पर एक साल से भी ज्यादा समय होने के बाद भी हत्यारे पुलिस की गिरफ्त से दूर चल रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि 6 अगस्त को आर.एस.एस. नेता जगदीश गगनेजा अपनी पत्नी के साथ ज्योति चौक के पास अपनी गाड़ी में कुछ खरीदारी करने के लिए आए थे। जैसे ही उन्होंने गाड़ी रैड क्रास मार्कीट के पास खड़ी की तो इतने में मोटरसाइकिल सवार 2 युवकों ने सरेआम शहर के भीड़-भाड़ वाले क्षेत्र ज्योति चौक के पास ही गगनेजा पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं, जिससे गगनेजा खून से लथपथ नीचे गिर गए। वारदात को अंजाम देने के बाद हमलावर मौके से बड़े आराम से फरार हो गए। बाद में कमिश्नरेट पुलिस ने इस मामले को सुलझाने के लिए एस.आई.टी. का भी गठन किया था। एस.आई.टी. ने घटनास्थल के आस-पास लगे सी.सी.टी.वी. कैमरों की फुटेज तक निकलवाई व आरोपियों को पकडऩे के लिए उनके पोस्टर तक लगवाए पर काफी समय बीत जाने के बाद भी कमिश्नरेट पुलिस आरोपियों को पकडऩे में नाकाम साबित हुई, जिसके बाद सरकार ने मामला सी.बी.आई. को सौंप दिया। मामले की जांच सी.बी.आई. द्वारा चल रही है।
वहीं दूसरी तरफ शहर के लाजपत नगर में हुए ट्रिपल हत्याकांड को चाहे कमिश्नरेट पुलिस ने सुलझा कर 2 आरोपियों को काबू कर लिया पर वारदात को अंजाम देने वाले मुख्य आरोपियों को काफी समय बीत जाने के बाद भी कमिश्नरेट पुलिस काबू नहीं कर पाई। उल्लेखनीय है कि लाजपत नगर में कुछ माह पहले पैट्रोल पंप मालिक की पत्नी, बहू व बहू की सहेली की हथियारबंद लोगों ने घर में गोली मार कर हत्या कर दी थी। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी घटनास्थल से फरार हो गए थे। घटना की सूचना मिलते ही कमिश्नरेट पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे व मामले की जांच की, जिसके साथ ही पुलिस ने मामले को ट्रेस करने के लिए एक विशेष टीम का गठन किया, जिसके अगले ही दिन कमिश्नरेट पुलिस ने मामले को सुलझा कर पैट्रोल पम्प मालिक के बेटे शंटू व उसकी प्रेमिका को काबू कर लिया। पुलिस जांच में पता चला था कि शंटू ने अपनी प्रेमिका के साथ मिलकर अपनी पत्नी को मारने की साजिश रची थी, जिसके बाद पुलिस ने शंटू व उसकी प्रेमिका को काबू कर लिया था। जांच में यह भी पता चला था कि शंटू ने इस हत्याकांड को अंजाम देने के लिए 2 अन्य युवकों का सहारा लिया था। शंटू व उसकी प्रेमिका के पकड़े जाने के बाद उक्त आरोपी फरार हो गए, जिसके बाद पुलिस ने उक्त आरोपियों की दिल्ली, यू.पी. व आगरा में मोबाइल की लोकेशन ट्रेस कर कई स्थानों पर छापेमारी करवाई पर पुलिस की छापेमारी की भनक लगते ही उक्त आरोपी मौके से फरार हो गए। घटना को बीते काफी समय हो जाने के बाद भी उक्त आरोपी पुलिस की गिरफ्त से फरार चल रहे हैं।