Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Jul, 2017 02:42 PM
जी.एस.टी. 1 जुलाई से पूरे देश में लागू हो चुका है। श्री हरमंदिर साहिब के लंगर को जी.एस.टी. के दायरे से बाहर रखने के लिए एस.जी.पी.सी. की ओर से केंद्र सरकार और राज्य सरकार को पत्र लिखे गए थे। वहीं एस.जी.पी.सी. ने जी.एस.टी. नंबर की कारर्वाई शुरू नहीं...
अमृतसरःजी.एस.टी. 1 जुलाई से पूरे देश में लागू हो चुका है। इस कारण श्री हरमंदिर साहिब के लंगर को जी.एस.टी. के दायरे से बाहर रखने के लिए एस.जी.पी.सी. की ओर से केंद्र सरकार और राज्य सरकार को पत्र लिखे गए थे। वहीं एस.जी.पी.सी. ने जी.एस.टी. नंबर की कार्रवाई शुरू नहीं की है।
इस संबंधी एस.जी.पी.सी. के सचिव हरचरण सिंह ने बताया कि जी.एस.टी. को लंगर सामग्री से हटाने के लिए एस.जी.पी.सी. ने केंद्र तथा राज्य सरकार को पत्र लिखा था। लंगर सामग्री से जी.एस.टी. हटाने की मांग केवल श्री हरमंदिर साहिब के लिए नहीं है बल्कि हरेक धार्मिक स्थानों के लिए है,जहां लंगर श्रद्धालुओं को बांटा जाता है। इसलिए लंगर सामग्री को जी..एस.टी. के दायरे से बाहर रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं को लंगर बाटना कोई व्यवसाय नहीं है।