Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Jul, 2017 12:45 PM
साइबर क्राइम करने वाले शातिरों का नया शिकार अकाऊंटैंट बना और उसके खाते से इंटरनैट बैंकिंग के माध्यम से 80,000 रुपए निकलवा लिए। हैरानी
लुधियाना (ऋषि): साइबर क्राइम करने वाले शातिरों का नया शिकार अकाऊंटैंट बना और उसके खाते से इंटरनैट बैंकिंग के माध्यम से 80,000 रुपए निकलवा लिए। हैरानी की बात है कि पीड़ित की तरफ से सरकारी बैंक से इंटरनैट बैंकिंग की सुविधा भी नहीं ली गई।
जानकारी देते ग्यासपुरा के रहने वाले सतविंद्र सिंह (29) ने बताया कि वह घुमारमंडी इलाके में अकाऊंट्स का काम करता है और घुमारमंडी स्थित सरकारी बैंक में ही उसका खाता है। मंगलवार सुबह उसके मोबाइल फोन पर खाते से 80,000 रुपए निकलने संबंधी 3 मैसेज आए, जो उसने शाम लगभग 8 बजे देखे। सुबह 6.38 पर 40,000 रुपए दिल्ली के एक ए.टी.एम. से निकले। इसके बाद 6.39 पर उसके बैंक खाते से समराला चौक इलाके में रहने वाली महिला के खाते में पहले 1100 रुपए व बाद में 38,900 रुपए इंटरनैट बैंकिंग के माध्यम से ट्रांसफर किए और फिर वहां से अपने खाते में उक्त राशि ट्रांसफर करवा ली। खाली अकाऊंट को देखकर उसके होश उड़ गए और सुबह होते ही बैंक में जाकर लिखित शिकायत दी और इस बारे में जानकारी हासिल की। वहीं पीड़ित की तरफ से थाना डिवीजन नं. 8 की पुलिस को भी लिखित शिकायत दी गई है।
पहले भी कर चुके महिलाके अकाऊंट का प्रयोग
सतिंद्र सिंह के अनुसार बैंक से जिस खाते में पैसे ट्रांसफर हुए उसकी डिटेल निकलवाने पर जब समराला चौक इलाके में रहने वाली महिला के पास पहुंचे तो उन्होंने बताया कि लगभग 15 दिन पहले भी क्रिमिनल्स की तरफ से फ्राड करने के लिए उसके खाते का प्रयोग किया गया था और उसके खाते में पहले पैसे डलवा आगे खुद दिल्ली के एक खाते में ट्रांसफर करवा लिए गए।
8 महीने से बंद अकाऊंट बना मुसीबत
पीड़ित के अनुसार लगभग 8 महीने पहले फ्राड होने पर उन्होंने अपना बैंक खाता बंद कर दिया था, इतना ही नहीं जो ए.टी.एम. कार्ड अप्लाई किया था, वह भी उन्हें आज तक नहीं मिला और खाते में जमा 10 हजार की नकदी में से सिर्फ 38 रुपए ही बचे थे।