Edited By Punjab Kesari,Updated: 30 Sep, 2017 01:13 PM
एक तरफ जहां केन्द्र सरकार की ओर से देश भर के जिला परिषद दफ्तरों द्वारा ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ मिशन के तहत गांवों की बच्चियों को पढऩे के लिए उत्साहित करने की स्कीम चलाई जा रही है, वहीं दूसरी तरफ अब मालवा क्षेत्र में कुछ लोगों ने इस स्कीम के तहत कथित...
मोगा (ग्रोवर): एक तरफ जहां केन्द्र सरकार की ओर से देश भर के जिला परिषद दफ्तरों द्वारा ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ मिशन के तहत गांवों की बच्चियों को पढऩे के लिए उत्साहित करने की स्कीम चलाई जा रही है, वहीं दूसरी तरफ अब मालवा क्षेत्र में कुछ लोगों ने इस स्कीम के तहत कथित तौर पर फर्जी फार्म बनाकर भोले-भाले लोगों की लूट करनी शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार मोगा जिले के विभिन्न गांवों में इस स्कीम के फार्म बेचने वालों ने आम लोगों को यह कहकर 20 से 50 रुपए का फार्म बेच दिया है कि इस फार्म को भरने से केन्द्र सरकार बेटियों को 2 लाख रुपए वित्तीय सहायता देगी। दूसरी तरफ फार्म भरने के बाद जमा करवाने के लिए डाकघरों के सामने लोगों की लंबी कतारें लग गई हैं।
लूट करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए : सरपंच
इस मामले को बेनकाब करने के लिए गांव बहोना के सरपंच हरभजन सिंह ने कहा कि पिछले 4 दिनों से गांव के लोग इस वित्तीय स्कीम के फार्म भरकर उनके पास मोहर लगाने के लिए आ रहे हैं लेकिन उनके द्वारा जब संबंधित लोगों को यह सवाल किया गया कि यह स्कीम के फार्म कहां से व कैसे आए। शक होने पर इस संबंधी आज जिला भलाई दफ्तर मोगा में संपर्क किया, जहां अधिकारियों ने कहा कि इस तरह की कोई स्कीम नहीं है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन को इन फार्मों के जरिए लोगों की लूट करने वालों की पहचान करके बनती कार्रवाई करनी चाहिए।