Edited By Updated: 26 Apr, 2017 11:53 AM
विजीलैंस संगरूर ने फर्जी सर्टीफिकेट के सहारे नौकरी करते एक डाक्टर को काबू किया है। विजीलैंस विभाग के कप्तान प्रीतिपाल सिंह ने बताया कि डाक्टर शराफत अली एम.डी. सब सिडरी हैल्थ सैंटर भूरथला मंडेर तहसील मालेरकोटला में 24-6-2006 को ग्रामीण विकास व पंचायत...
संगरूर(विवेक सिंधवानी, गोयल,यादविन्द्र, बेदी): विजीलैंस संगरूर ने फर्जी सर्टीफिकेट के सहारे नौकरी करते एक डाक्टर को काबू किया है। विजीलैंस विभाग के कप्तान प्रीतिपाल सिंह ने बताया कि डाक्टर शराफत अली एम.डी. सब सिडरी हैल्थ सैंटर भूरथला मंडेर तहसील मालेरकोटला में 24-6-2006 को ग्रामीण विकास व पंचायत विभाग पंजाब से बतौर डाक्टर ठेके पर भर्ती हुआ था और 2011 में वह रैगुलर हो गया। उसकी ओर से अपने दस्तावेज में एम.बी.बी.एस. के मार्क्स सर्टीफिकेट, एम.बी.बी.एस की डिग्री व मैडीकल काऊंसिल आफ इंडिया नई दिल्ली की ओर से जारी किए सर्टीफिकेट पेश किए गए थे।
उक्त डाक्टर ने एम.बी.बी.एस. की डिग्री 1998 में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से रोल नंबर 087/93 द्वारा पास की थी। मैडीकल काऊंसिल की ओर से उसे 2001 में सर्टीफिकेट जारी किया गया। मैडीकल काऊंसिल आफ इंडिया नई दिल्ली की ओर से जारी किए सर्टीफिकेट नंबर 18004 की वैरीफिकेशन मैडीकल काऊंसिल आफ इंडिया से करवाई गई व एम.बी.बी.एस. के मार्क्स सर्टीफिकेट व एम.बी.बी.एस. डिग्री की वैरीफिकेशन अलीगढ़ यूनिवर्सिटी से करवाई गई। वैरीफिकेशन की रिपोर्ट अनुसार एम.बी.बी.एस. के माक्र्स सर्टीफिकेट व एम.बी.बी.एस. की डिग्री फर्जी पाई गई, जिस पर डा. शराफत अली विरुद्ध केस दर्ज करके ओसवाल कैंसर अस्पताल लुधियाना से गिरफ्तार किया गया। एम.बी.बी.एस. के मार्क्स सर्टीफिकेट व की डिग्री बरामद करवानी बाकी है।