Edited By Punjab Kesari,Updated: 17 Aug, 2017 09:50 AM
इंद्र सिंह गिल नगर मोगा निवासी हरिन्द्र सिंह गिल ने जमीन बिक्री मामले में कुछ व्यक्तियों पर कथित मिलीभगत कर 60 लाख रुपए की ठगी करने का आरोप लगाया है। इस संबंध में पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच आरंभ कर दी है।
मोगा (आजाद): इंद्र सिंह गिल नगर मोगा निवासी हरिन्द्र सिंह गिल ने जमीन बिक्री मामले में कुछ व्यक्तियों पर कथित मिलीभगत कर 60 लाख रुपए की ठगी करने का आरोप लगाया है। इस संबंध में पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच आरंभ कर दी है।
मोगा के नजदीकी गांव कपूरे निवासी 1 एन.आर.आई. बुजुर्ग की 10 एकड़ जमीन गांव में स्थित है, जिसकी देखभाल सुखमंद्र सिंह व गुरप्रीत सिंह आदि करते थे, जिसके कारण उक्त बुजुर्ग ने उक्त 10 एकड़ जमीन की रजिस्टरी सुखमंद्र सिंह निवासी गांव सिंघावाला तथा गुरप्रीत निवासी गांव बघेलेवाला के नाम करवा दी थी। उक्त जमीन में से उन्होंने 5 एकड़ जमीन हरिन्द्र सिंह गिल पुत्र बलवंत सिंह को 16 सितम्बर, 2015 को 60 लाख रुपए में बेच दी थी, लेकिन जब एन.आर.आई. बुजुर्ग के बेटों को इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने उक्त जमीन की रजिस्टरी के संबंध में उच्चाधिकारियों के अलावा माल विभाग को शिकायत पत्र दिया और कहा कि उक्त रजिस्टरी गलत है व धोखे से करवाई गई है।
जांच के बाद माल विभाग द्वारा उक्त 10 एकड़ जमीन की रजिस्टरी को रद्द कर दिया गया, लेकिन उक्त जमीन का विवाद होने के कारण खरीदार हरिन्द्र सिंह गिल को जमीन का कब्जा नहीं दिया गया और न ही कथित आरोपियों ने उक्त जमीन में उसे जाने दिया। उसने कहा कि उसके साथ कथित आरोपियों सुखमंद्र सिंह, गुरप्रीत सिंह, चनन सिंह नंबरदार चुगावां तथा करनैल सिंह निवासी गांव चुगावां ने कथित मिलीभगत कर 60 लाख रुपए की धोखाधड़ी की है।
उन्होंने उक्त जमीन का विवाद पर होने के बावजूद जमीन की रजिस्टरी जान-बूझकर करवाई है और उसके साथ धोखा किया है। उसने जिला पुलिस अधीक्षक मोगा को शिकायत पत्र देकर इंसाफ की गुहार लगाई है कि कथित आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
इस मामले की जांच कर रहे थाना अजीतवाल के सहायक थानेदार सुखमंद्र सिंह ने बताया कि इस संबंध में कथित आरोपियों के खिलाफ हरिन्द्र सिंह गिल की शिकायत पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया गया है। वह मामले की जांच करने के अलावा माल विभाग के रिकार्ड की भी जांच कर रहे हैं, ताकि सच्चाई का पता चल सके। वहीं कथित आरोपियों को काबू करने के लिए छापेमारी की जा रही है।