Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Mar, 2018 02:01 PM
मोहाली में एक एन.आर.आई. की मौत के बाद उसकी जगह किसी और व्यक्ति को खड़ा करके उसका 10 मरले का मकान बेच दिया। जिसका खुलासा एन.आर.आई. की मौत के 2 साल बाद हुआ है। जानकारी के अनुसार मृतक एन.आर,आई, की पत्नी ने यू.के. से सीएम, आई.जी. एन.आर.आई., डी.जी.पी....
मोहालीः मोहाली में एक एन.आर.आई. की मौत के बाद उसकी जगह किसी और व्यक्ति को खड़ा करके उसका 10 मरले का मकान बेच दिया। जिसका खुलासा एन.आर.आई. की मौत के 2 साल बाद हुआ है। जानकारी के अनुसार मृतक एन.आर,आई, की पत्नी ने यू.के. से सीएम, आई.जी. एन.आर.आई., डी.जी.पी. पंजाब से लेकर अन्य अधिकारियों को अपने पति का मकान गलत तरीके से किसी को बेचे जाने की शिकायत दी। पुलिस ने उक्त मामले में 4 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। मामले में नामजद आरोपियों की पहचान जगदीश राम, सकत्तर सिंह, सुरिंदर सिंह नंबरदार तथा गुरमीत सिंह के रूप में हुई है। मृतक की पत्नी सुरिंदर कौर ने डी.जी.पी. पंजाब, एस.एस.पी. मोहाली और अन्य पुलिस अधिकारियों को शिकायत भेज कर बताया कि उसके पति अमरजीत सिंह ने वर्ष 2005 में 10 मरले में बना हुआ 2 मंजिला मकान खरीदा था। उशके पति की मौत के बाद वह मकान किसी अज्ञात व्यक्ति ने बेच दिया।
पुलिस जांच में सामने आया कि मृतक एन.आर.आई. सतनाम सिंह की जगह पर किसी अज्ञात की ओर से जगदीश राम के नाम इस मकान की रजिस्ट्री करवाई गई थी। इसके अलावा रजिस्ट्री करवाने के समय सुरिंदर सिंह नंबरदार, गुरमीत सिंह तथा सुरिंदर सिंह द्वारा गवाही डाली गई थी। पुलिस जांच में मकान खरीदने वाले और गवाहों को इन्वेस्टिगेशन में डाला गया तो सारी स्टोरी निकल कर सामने आई। उसके बाद पता चला कि मकान खरीदने वाले ने ही धोखाधड़ी करके मकान की रजिस्ट्री अपने नाम करवा ली थी। इस मकान के रिकाॅर्ड की जब जांच की गई तो सामने आया कि पहले भी यह मकान बिक चुका है। उल्लेखनीय है कि सकत्तर सिंह की ओर से 21 फरवरी 2014 को इस मकान की रजिस्ट्री रेखा वर्मा और बलविंदर कौर के नाम पर करवा कर उसे बेच दिया गया था।