Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Feb, 2018 08:32 AM
पंजाब में बेरोजगारी के कारण खाली घूम रहे मालवा इलाके के सैंकड़ों नौजवान कुवैत जाने के लिए मोगा के एक टै्रवल एजैंट के हत्थे चढ़कर करोड़ों की ठगी का शिकार हो चुके हैं। दीवारों पर टै्रवल एजैंट द्वारा चिपकाए गए ‘कुवैत की कंपनियों में काम करने के लिए...
मोगा (पवन ग्रोवर): पंजाब में बेरोजगारी के कारण खाली घूम रहे मालवा इलाके के सैंकड़ों नौजवान कुवैत जाने के लिए मोगा के एक टै्रवल एजैंट के हत्थे चढ़कर करोड़ों की ठगी का शिकार हो चुके हैं। दीवारों पर टै्रवल एजैंट द्वारा चिपकाए गए ‘कुवैत की कंपनियों में काम करने के लिए नौजवानों की जरूरत’ लिखे पोस्टर से टै्रवल एजैंट के साथ तालमेल करने वाले इन नौजवानों को उम्मीद थी कि वे विदेश जाकर सख्त मेहनत करके अपना भविष्य संवारेंगे, लेकिन इस ठगी उपरांत नौजवानों के सभी सुनहरे सपने अधूरे रह गए हैं। पीड़ित नौजवानों का आरोप है कि इस संबंधी थाना मैहना में शिकायत पत्र दिया गया है, उनके साथ ठगी हुए आज 5 दिन बीत चुके है, परंतु पुलिस प्रशासन द्वारा इस मामले को अभी तक भी गंभीरता से नहीं लिया जा रहा।
प्रति नौजवान लिए थे 50 से 70 हजार रुपए
एकत्रित किए गए ब्यौरे से पता लगा है कि पिछले 2 महीनों से अमृतसर रोड के गांव लंडेके के नजदीक एक दफ्तर बनाकर टै्रवल एजैंट द्वारा कुवैत भेजने के लिए 50 से 70 हजार रुपए प्रति नौजवान लेकर उनको भरोसे में लेने के लिए यह इकरारनामा भी किया जा रहा था कि यदि उनको कुवैत जाकर काम न मिला तो टै्रवल एजैंट सारे पैसे बिना देरी वापस करेगा। इसी भरोसे के तहत ही नौजवानों ने देखो-देखी अपने पासपोर्ट, रुपए व अन्य दस्तावेज भी टै्रवल एजैंट को दे दिए। गांव मचाकी के नौजवान गुरमीत सिंह का कहना था कि नौजवानों को एंट्री वीजा दिखाकर पैसे भी ले लिए। उन्होंने कहा कि नौजवानों को दी गई कुवैत के वीजे की कापियां भी कथित तौर पर नकली लगती हैं, जिनकी यदि जांच की जाए तो इस मामले के अन्य पहलू सामने आ सकते हैं। उन्होंने कहा कि पहले ही दयनीय आॢथकता से गुजर रहे नौजवानों पर पड़ी इस मार ने उनको और उदासी के आलम में धकेल दिया है।
जिला प्रशासन से इंसाफ दिलाने की मांग
गांव ङ्क्षभडर कलां के एक नौजवान का कहना था कि गांव के कई नौजवान इसी टै्रवल एजैंट के झांसे में आकर ठगी का शिकार हो चुके हैं। इस मामले संबंधी थाना मैहना में उनके द्वारा शिकायत भी दी गई है। उन्होंने कहा कि टै्रवल एजैंट अपने दफ्तर को ताला लगाकर रफूचक्कर हो गया है। वे रोजाना दफ्तर के आगे खड़े होकर वापस आ जाते हैं। उन्होंने पंजाब सरकार व जिला प्रशासन से मांग की कि इस मामले की जांच करवाकर नौजवानों को इंसाफ दिलाया जाए।
तैयार होने का बहाना लगाकर टै्रवल एजैंट हुआ रफूचक्कर
जानकारी मुताबिक टै्रवल एजैंट ने मालवा इलाके के नौजवानों को मैडीकल करवाने के लिए दिल्ली जाने के लिए बुला लिया। इसके चलते मालवा इलाके के लगभग 150-200 नौजवान शाम 5 बजे निर्धारित समय पर मोगा पहुंच गए। यही नहीं, टै्रवल एजैंट ने नौजवानों को दिल्ली में मैडीकल करवाने के लिए बसों में बैठा दिया तथा उनको भरोसा दिया कि वह जल्द ही तैयार होकर आ रहा है। रात 11 बजे तक जब टै्रवल एजैंट न आया तो वे अपने-अपने घरों को निराश होकर वापस लौट गए।
बस मालिकों को नहीं मिला किराया, एजैंट के फोन बंद
नौजवानों का मैडीकल करवाने के लिए किराए पर ली गई बसों के मालिकों को भी किराया नहीं दिया गया। ठगी का शिकार एक अन्य नौजवान तथा जिला फतेहगढ़ साहिब के गांव भांबरी के निवासी गुरिन्द्र सिंह का कहना है कि टै्रवल एजैंट के फोन बंद हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले संबंधी थाना मैहना में शिकायत पत्र भी दिया गया है। दूसरी तरफ पता लगा है कि मुख्य टै्रवल एजैंट के गायब होने उपरांत दफ्तर का निचला स्टाफ
भी गायब होने लगा है।
मामले की हो रही जांच : थाना प्रभारी
इस मामले संबंधी थाना मैहना के प्रभारी परविन्द्र सिंह से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि यह मामला बड़ा गंभीर है तथा इसकी गहराई से जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि मामले में जो भी आरोपी पाया गया, उसके विरुद्ध कानून मुताबिक बनती कार्रवाई की जाएगी।