Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Oct, 2017 01:35 PM
बाघापुराना निवासी संजीव कुमार ने पुरानी गाडिय़ों की खरीद-बेच करने वाले डीलरों तथा अन्य के साथ कथित मिलीभगत कर उसको पुरानी गाडिय़ां दिलाने का झांसा देकर 12 लाख 55 हजार रुपए ठगने का आरोप लगाया है।
मोगा (आजाद): बाघापुराना निवासी संजीव कुमार ने पुरानी गाडिय़ों की खरीद-बेच करने वाले डीलरों तथा अन्य के साथ कथित मिलीभगत कर उसको पुरानी गाडिय़ां दिलाने का झांसा देकर 12 लाख 55 हजार रुपए ठगने का आरोप लगाया है। जिला पुलिस अधीक्षक को दिए शिकायत पत्र में संजीव कुमार पुत्र उदय चंद निवासी मुदकी रोड बाघापुराना ने कहा कि वह ट्रक आप्रेटर है। वह चन्नूवाला रोड पर स्थित एक स्पेयर पार्ट्स की दुकान पर आता-जाता था, जहां उसकी मुलाकात गांव चन्नूवाला निवासी एक व्यक्ति के साथ हुई, जिसने उसको कहा कि वह पुरानी बसें तथा ट्रक लाकर बेचने का काम करता है, यदि आपको किसी गाड़ी की जरूरत हो तो बताना।
मेरे संबंध हरियाणा के एजैंट विनोद कुमार उर्फ फौजी, धर्मपाल सिंह निवासी रोहतक तथा सुरिन्द्र कुमार निवासी जीद (हरियाणा) के साथ हैं, जिस पर मैंने उसको कहा कि मुझे एक ट्रक चाहिए। हमारी उसके साथ 7 लाख 65 हजार रुपए में बात हो गई। मैंने उसको 29 अगस्त, 2015 को 1 लाख रुपए बयाना दे दिया तथा वह मुझे रोहतक उक्त व्यक्तियों के पास ले गया तथा मैंने उसको बाकी 6 लाख 65 हजार रुपए और दे दिए, जिनमें से कुछ पैसे धर्मपाल ने कथित आरोपी के खाते में डाले लेकिन उसने न तो मुझे कोई ट्रक दिलाया तथा टाल-मटोल करने लग पड़ा।
बाद में उसने मुझे फिर अपने झांसे में ले लिया तथा कहा कि मैं तुम्हें 2 गाडिय़ां और दिला दूंगा तथा मुझे मुम्बई ले गया तथा दूसरी गाड़ी खरीद करने के लिए मैंने उसको मार्च, 2016 में 4 लाख 90 हजार रुपए और दे दिए। इस तरह उसने कथित आरोपियों के साथ मिलीभगत कर मेरे 12 लाख 55 हजार रुपए हड़प कर लिए तथा न ही मुझे गाड़ी दिलाई। मेरे द्वारा शोर मचाने पर उसने मुझे कुछ पैसे 65 हजार रुपए वापस भी किए।
क्या हुई पुलिस कार्रवाई
जिला पुलिस अधीक्षक मोगा ने इसकी जांच एस.पी.आई. मोगा को करने का आदेश दिया। जांच समय शिकायतकत्र्ता के आरोप सही पाए जाने के बाद विनोद कुमार उर्फ फौजी, धर्मपाल सिंह दोनों निवासी बोहर (रोहतक) तथा सुरिन्द्र कुमार निवासी जींद (हरियाणा) के खिलाफ कथित मिलीभगत करने तथा धोखाधड़ी का मामला थाना बाघापुराना में दर्ज किया गया। इस मामले की जांच सहायक थानेदार गुरतेज सिंह की ओर से की जा रही है।