Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Sep, 2017 10:59 AM
कनाडा का वर्क परमिट दिलवाने के नाम पर जाली वीजा देकर 70 लाख रुपए की रकम ठगने के मामले में थाना सिटी कपूरथला की पुलिस ने......
कपूरथला (भूषण): कनाडा का वर्क परमिट दिलवाने के नाम पर जाली वीजा देकर 70 लाख रुपए की रकम ठगने के मामले में थाना सिटी कपूरथला की पुलिस ने 2 महिलाओं सहित 3 आरोपियों के खिलाफ धारा-420, 406, 24 इमीग्रेशन एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है। आरोपियों की तलाश में छापामारी की जा रही है।
जानकारी के अनुसार कुलवंत सिंह बाजवा पुत्र प्यारा सिंह बाजवा निवासी मकान नंबर (बी-100) मोहल्ला मलकाना कपूरथला ने एस.एस.पी. संदीप शर्मा को बताया था कि उसका लड़का भूपिंद्र सिंह बाजवा तथा लड़के की पत्नी परमजीत सिंह बाजवा कनाडा जाना चाहते थे। उसकी बहू परमजीत कौर बाजवा पहले भी वर्ष 2011-12 में कनाडा रह चुकी है जहां उसकी बहू की तलविंद्र कौर सहेली थी तथा दोनों एक ही फ्लैट में रहती थीं, उसके डेढ़ वर्ष बाद उसकी बहू वापस भारत आ गई।
इस दौरान उसकी बहू का तलविंद्र कौर की माता कमलजीत कौर तथा भाई जसविंद्र सिंह के घर आना-जाना बन गया जिसके दौरान कनाडा से फोन कर तलविंद्र कौर ने उसकी बहू परमजीत कौर को बताया कि वह उसे व उसके पति भूपिंद्र सिंह बाजवा को पक्के तौर पर वर्क परमिट लगवा सकती है, जिस पर 50 लाख रुपए का खर्च आएगा। इस पर फरवरी 2015 में तलविंद्र कौर ने फोन पर बताया कि उनके कागज तैयार हैं व पासपोर्ट तथा 9 लाख रुपए की नकदी उसकी माता कमलजीत कौर तथा भाई जसविंद्र सिंह को दे दो, जिस पर उन्होंने 9 लाख रुपए की रकम व पासपोर्ट कमलजीत कौर तथा जसविंद्र सिंह को दे दिए।
इसके बाद 31 मार्च 2015 को 1.30 लाख रुपए उसकी बहू के खाते से तलविंद्र कौर के खाते में ट्रांसफर किए गए। इसके पश्चात तलविंद्र कौर ने उनसे कुल 15 लाख रुपए की और रकम मांगी, फिर 6 अप्रैल 2015 को 6.50 लाख रुपए व 28 अप्रैल 2015 को 6 लाख रुपए बैंक द्वारा तलविंद्र कौर दे दिए गए। इसके बाद तलविंद्र कौर ने 10 दिन के पश्चात फिर से 15 लाख रुपए की मांग की। जब उन्होंने और पैसे देने में असमर्था प्रकट की तो तलविंद्र कौर ने कहा कि उनके बेटे भूपिंद्र सिंह बाजवा की स्टडी कम होने के कारण 25 लाख रुपए और लगेंगे।
इसके दौरान उन्होंने 25 लाख रुपए और आरोपी तलविंद्र कौर को दे दिए। इस तरह इन सभी आरोपियों ने उनसे 70 लाख रुपए की रकम हड़प ली। इन आरोपियों के कहने पर उसकी बहू परमजीत कौर बाजवा व लड़के भूपिंद्र सिंह बाजवा ने अपना मैडीकल करवाया जिसके दौरान कमलजीत कौर व जसविंद्र सिंह उनके घर आए तथा कहने लगे कि उनका फरवरी 2016 को ऑनलाइन वीजा भेजा गया है इसलिए उन्हें 4 सितम्बर 2016 से पहले पासपोर्ट जमा करवाने हैं, जबकि पासपोर्ट जमा करवाने की तारीख अगस्त 2016 थी, जिस पर तलविंद्र कौर ने उन्हें टैलीफोन कर चंडीगढ़ भेजा और वे ऑनलाइन वीजे की कॉपी अपने साथ ले गए।
वहां जाकर उन्होंने फोन किया कि उन्हें पासपोर्ट नहीं देने। इसी दौरान उन्हें बताया गया कि उनके पासपोर्ट कोरियर करवा दिए गए हैं व पासपोर्ट पर वीजे गुजरात से लगने हैं, फिर उनके पासपोर्ट 6 महीने उन्हीं के पास रहे जिसके बाद तीनों आरोपी उन्हें जल्दी ही पासपोर्ट आने को लेकर टालते रहे, फिर वे परमजीत कौर के कहने पर गुजरात चले गए जहां उनका 3 लाख रुपए खर्च आया। जब वे परमजीत कौर के कहने पर गुजरात की कोरियर कम्पनी के पास गए तो वहां उन्हे पासपोर्ट मिल गए, जिन पर कोई वीजा नहीं लगा था। इसके पश्चात उन्होने जालंधर आकर ऑनलाइन वीजा चैक करवाया तो वीजा जाली निकला।
इस पर जब उन्होंने कमलजीत कौर को टैलीफोन किया तो उसने फोन नहीं उठाया जिसके बाद उन्होंने जब तलविंद्र कौर की माता कमलजीत कौर तथा भाई जसविंद्र सिंह के पास जाकर 70 लाख रुपए की मांग की तो उन्होंने धमकियां देनी शुरू कर दीं। एस.एस.पी. कपूरथला ने पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए एस.पी. (डी) जगजीत सिंह को जांच के आदेश दिए। जांच के दौरान आरोपी तलविंद्र कौर, कमलजीत कौर व जसविंद्र सिंह के खिलाफ लगे सभी आरोप सही पाए गए जिसके आधार पर तीनों आरोपियों के खिलाफ थाना सिटी कपूरथला में मामला दर्ज कर लिया गया।