Edited By Punjab Kesari,Updated: 13 Sep, 2017 08:52 AM
मृत व्यक्ति की पावर आफ अटार्नी का मिस्यूज करके करोड़ों की धोखाधड़ी करने वाले मुनीष सहगल तथा उसके चचेरे भाई आशीष सहगल के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है।
जालंधर (प्रीत): मृत व्यक्ति की पावर आफ अटार्नी का मिस्यूज करके करोड़ों की धोखाधड़ी करने वाले मुनीष सहगल तथा उसके चचेरे भाई आशीष सहगल के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है। चचेरे भाइयों ने ‘गुड फेथ’ में अपने रि-केस लड़ऩे की पावर आफ अटार्नी लेकर अपने नजदीकी परिवार के साथ ही दगाबाजी की और करोड़ों रुपए हड़प लिए। बाद में खुलासा हुआ कि जब आरोपियों ने पावर आफ अटार्नी अदालत में प्रयोग की तब अटार्नी देने वाले एक रिश्तेदार की मृत्यु हो चुकी थी। पुलिस ने जांच के पश्चात आज चचेरे भाइयों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
आशीष सहगल मंडल-2, नार्थ भाजपा के महामंत्री तथा मुनीष सहगल भाजपा ट्रांसपोर्ट सैल के पूर्व को-कन्वीनर हैं। खिंगरां गेट से सटे सहगलां मोहल्ला निवासी अजय कुमार व उसकी बहन राधा रानी ने बताया कि उनके पिता विजय कुमार की 1991 में मृत्यु हो गई थी। उनके पिता व चचेरे भाई-बहनों के नाम पर सूर्या इन्क्लेव में करीब 35 कनाल 15 मरले जमीन थी, जिस पर कुछ साल पहले के.एन. कंस्ट्रक्शन तथा शौर्य टावर द्वारा कब्जा किया गया। बाद में उनके परिवार ने अपना दावा जताया लेकिन इसी बीच इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट द्वारा सूर्या इन्क्लेव में 94.17 एकड़ स्कीम लांच की गई, जिसमें उनकी करीब 28 कनाल जमीन इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट ने एक्वायर कर ली।
जब ट्रस्ट द्वारा पेमैंट देने का समय आया तो उस वक्त के.एन. कंस्ट्रक्शन और शौर्य टावर ने अपना दावा जता दिया। अजय कुमार व राधा रानी ने बताया कि उनके आर्थिक हालात अच्छे नहीं थे। इसी बीच रिश्तेदारी में उनके भाई लगते आशीष सहगल और मनीष सहगल ने उनके परिवार से सम्पर्क किया। अजय कुमार ने बताया कि उसके ताया अशोक कुमार व अन्य रिश्तेदार सरोज रानी, विनोद कुमार, जीवन लता तथा उनकी तरफ से आशीष सहगल और मनीष सहगल को केस की पैरवी करने की पावर आफ अटार्नी दे दी।
अजय कुमार व राधा रानी ने आरोप लगाया कि आशीष व मुनीष दोनों ने बाद में अदालत में के.एन. कंस्ट्रक्शन और शौर्य टावर के साथ समझौता कर लिया और पावर आफ अटार्नी का मिस्यूज करते हुए अदालत में कह दिया कि जगह एक्वायर करने का मुआवजा उक्त कम्पनियों को दे दिया जाए जबकि आशीष व मुनीष सहगल को पता था कि अटार्नी देने वाले उनके ताया अशोक कुमार की मृत्यु हो चुकी है। आशीष सहगल व मुनीष सहगल दोनों ने अशोक कुमार की मृत्यु संबंधी अदालत को नहीं बताया और दूसरी कम्पनियों से समझौता करके 2 करोड़ से अधिक का मुआवकाा उन्हें दिलवा दिया।अजय व राधा रानी ने बताया कि करीब 4 महीने पहले उन्होंने पुलिस कमिश्नर को शिकायत दी थी। आॢथक अपराध शाखा और डी.सी.पी. द्वारा की गई जांच के पश्चात आज आशीष व मुनीष सहगल के खिलाफ धारा 420, 406, 120 बी आई.पी.सी. के अधीन केस दर्ज किया गया है।
विधानसभा चुनावों में हैनरी की वोट कटवाई और सरकार बदलते ही मांगी माफी
जिक्रयोग्य है कि विधानसभा चुनावों के दौरान पूर्व सी.पी.एस. के.डी. भंडारी के खासमखास माने जाते मुनीष सहगल ने चुनाव आयोग में शिकायत करके पूर्व मंत्री अवतार हैनरी की वोट कटवा दी थी लेकिन जब चुनावों के पश्चात सरकार बदल गई तो मुनीष सहगल ने पांसा पलटते हुए प्रैस कांफ्रैंस की कि उसने के.डी. भंडारी के कहने में आकर शिकायत की थी। मुनीष सहगल ने अवतार हैनरी से इस बात के लिए सार्वजनिक तौर पर माफी भी मांगी थी।