Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Sep, 2017 10:10 AM
आधार नंबर को बैंक अकाऊंट से ङ्क्षलक करने का झांसा देकर साइबर अपराधियों ने एक महिला के खाते से 44,000 रुपए की नकदी उड़ा ली।
लुधियाना (महेश): आधार नंबर को बैंक अकाऊंट से ङ्क्षलक करने का झांसा देकर साइबर अपराधियों ने एक महिला के खाते से 44,000 रुपए की नकदी उड़ा ली। मामले की शिकायत मिलने पर सलेम टाबरी पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज करके मामले की तहकीकात शुरू कर दी है, लेकिन अभी तक पुलिस के हाथ कोई सफलता नहीं मिली है।
संतोख नगर की रहने वाली सरोज बाला ने बताया कि 2 दिन पहले उसे एक फोन आया। फोन करने वाले ने उससे कहा है कि वह चंडीगढ़ से पंजाब नैशनल बैंक की ब्रांच से बोल रहा है। उसके आधार कार्ड का नंबर उसके बैंक खाते से ङ्क्षलक करना है। यह बात बोल कर उस व्यक्ति ने उससे आधार नंबर व ए.टी.एम. कार्ड का नंबर ले लिया। इसके कुछ देर बाद ही उसके खाते से करीब 44,000 रुपए की नकदी निकल गई।
सरोज ने बताया कि उसने धोखेबाज का मोबाइल नंबर व बैंक की स्टेटमैंट पुलिस को उपलब्ध करवा दी है। पुलिस का कहना है मामले की छानबीन की जा रही है।
हैबोवाल के संत विहार इलाके के रहने वाले राजेश कालिया के बैंक अकाऊंट से 34,000 रुपए की नकदी निकालवा ली गई। उसने इसकी शिकायत पुलिस कमिश्नर के पास की है। कालिया ने बताया कि उसका उसकी पत्नी के पंजाब एंड सिंध में सांझा खाता है, जिसका ए.टी.एम. कार्ड उसकी बेटी के पास है, जोकि गुडग़ांव में पढ़ती है। बेटी की होस्टल फीस देने के लिए उसने इस खाते में करीब 35,000 रुपए की नकदी जमा करवाई थी।
कल उसकी बेटी को फोन आया। जिसने उससे बैंक अकाऊंट की तहकीकात करने के बाद वह उसे फोन किया। तब उस व्यक्ति ने बैंक का अधिकारी बताकर बैंक अकाऊंट व उसके मोबाइल नंबर के बारे में पूछा। इसके बाद उस व्यक्ति ने उसे धमकाना शुरू कर दिया कि उसके खाते में काला धन है। यह धन जी.एस.टी. के रूप में सरकार के पास जाएगा। उसने उसकी बात को अनसुना करते हुए फोन काट दिया।
आज जब उसकी बेटी ने होस्टल फीस भरने के लिए ए.टी.एम. से नकदी निकलवानी चाही तो उसके अकाऊंट में मात्र 1100 रुपए की राशि बची थी। यह बात उसकी बेटी ने उसे फोन पर बताई। इसके बाद जब उसके बेटे ध्रुव ने उसका मोबाइल चैक किया तो फोन आने के बाद उसके खाते से 3 बार 10,000 रुपए व चौथी बार 4000 रुपए निकलवाए जाने का मैसेज आया हुआ था। इस पर उसने बैंक अधिकारियों से पूछताछ की तो वह कुछ बता पाने में असमर्थ रहे कि यह राशि कहां से निकलवाई गई या ऑनलाइन ट्रांसफर की गई।
ठगी का शिकार हुआ युवक दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर
साइबर फ्राड का शिकार हुआ एक युवक अपनी नकदी वापस पाने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहा है। न तो उसकी पुलिस कोई सुनवाई कर रही है और न ही बैंक अधिकारी कोई हाथ पल्ला पकड़ा रहे हैं। जोधेवाल की अमरजीत कालोनी के रहने वाले कस्तूरी लाल ने बताया कि वह एक हौजरी में काम करता है। उसका खाता पंजाब नैशनल बैंक में है। पिछले महीने 17 अगस्त की शाम को करीब 7.30 बजे वह पंजाब नैशनल बैंक के ए.टी.एम. से 500 रुपए की नकदी निकलवाने के लिए गया था।
पहली बार कार्ड पंच करने जब 500 रुपए की नकदी नहीं निकली तो उसने यह सोच कर 1,000 रुपए भरा की शायद ए.टी.एम. में कोई खराबी होगी। वह नकदी भी उसे प्राप्त नहीं हुई, बल्कि उसी दौरान उसे उसके मोबाइल फोन पर 2 मैसेज आया। पहले मैसेज में उसके अकाऊंट से 15,000 रुपए व दूसरे में 10,000 रुपए निकलवाने का मैसेज आया। यह देखकर उसके होश उड़ गए। उसने इसकी शिकायत तुरंत हैल्प लाइन पर की तो उसे आश्वासन दिया कि मशीन में खराबी होने के कारण ऐसा हो गया होगा, वह निशिं्चत रहे उसकी पेमैंट वापस उसके खाते में आ जाएगी, परंतु एक महीने बीत जाने के बावजूद न तो उसकी नकदी वापस आई और न ही उसकी कोई सुनवाई हो रही है।
कस्तूरी ने बताया कि जब वह अपनी शिकायत लेकर बैंक गया तो उसे पुलिस के पास शिकायत दर्ज करवाने के लिए भेज दिया गया। जब पुलिस के पास गया तो उसने शिकायत तो लिख कर अपने पास रख ली, लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं। बैंक अधिकारी भी उसकी कोई सुनवाई नहीं कर रहे हैं। उनके पास जब जाता हूं तो उसे कोई न कोई बहाना बनाकर टाल दिया जाता है और न ही उस दिन की सी.सी.टी.वी. फुटेज उसे दिखाई जा रही है।