Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Aug, 2017 01:51 PM
एक तरफ सरकार बुजुर्ग पैंशनरों को हर प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध करवाने के दावे और वायदे करती नहीं थकती। इसके विपरीत बुजुर्ग पैंशनर्ज न्याय पाने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं।
होशियारपुर (जैन): एक तरफ सरकार बुजुर्ग पैंशनरों को हर प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध करवाने के दावे और वायदे करती नहीं थकती। इसके विपरीत बुजुर्ग पैंशनर्ज न्याय पाने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। ऐसा ही एक गंभीर मामला यहां प्रकाश में आया है। पंजाब स्टेट पैंशनर्ज कन्फैडरेशन के प्रदेश प्रधान महिन्द्र सिंह परवाना, जोकि होशियारपुर के ही रहने वाले हैं, ने पंजाब केसरी के साथ बातचीत में अपनी व्यथा सुनाते हुए बताया कि शहर के न्यू दशमेश नगर में उसके बेटे अकालप्रीत सिंह के नाम पर 10 मरले का प्लाट है।
उन्होंने बताया कि फरवरी 2017 में उस समय उसके पैरों तले जमीन सरक गई जब उक्त प्लाट के साढ़े 6 मरले हिस्से पर 2 अज्ञात व्यक्ति छेड़छाड़ करने लगे। सूचना पाकर जब मैं मौके पर पहुंचा तो विकास कुमार व गौरी शंकर नाम के इन 2 व्यक्तियों ने बताया कि हम ने इस प्लाट में से सवा 3-3 मरले जमीन खरीदी है तथा उनके पास इन प्लाटों की बाकायदा रजिस्ट्री भी मौजूद थी।
जब इस संबंधी जिला प्रशासन के पास शिकायत की गई तो जांच के पश्चात यह बात सामने आई कि उसके बेटे अकालप्रीत के नाम से जाली तौर पर एक व्यक्ति ने खड़े होकर दस्तावेज तैयार करवाए तथा कुछ अन्य लोगों की संलिप्तता से उपरोक्त दोनों व्यक्तियों को प्लाट बेच कर रजिस्ट्रियां कर डालीं। 81 वर्षीय बुजुर्ग महिन्द्र सिंह परवाना के अनुसार इस संबंधी 27 फरवरी 2017 को थाना सिटी में बाकायदा रजिस्ट्रेशन एक्ट 1908 की धारा 82, 419, 420, 465, 467, 468, 471 व 120बी के अधीन 5 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हो चुका है। 6 माह बीत जाने के पश्चात भी तमाम आरोपी पुलिस पकड़ से दूर हैं।
उनका कहना है कि राजनीतिक प्रभाव के चलते आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा रही। उनका यह भी कहना है कि पुलिस असल आरोपियों को बचाने की भी कोशिश कर रही है। श्री परवाना ने जिला पुलिस प्रमुख से गुहार लगाई है कि आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाए।