Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Dec, 2017 03:37 PM
बेटे और बहू की सरकारी नौकरी लगवाने के लिए एक व्यक्ति ने बैंक से लाखों रुपए का लोन लेकर रिश्वत दी, लेकिन न तो बहू-बेटे की सरकारी नौकरी लगी और न पैसे वापस किए। इस मामले में थाना डिवीजन नं. 8 की पुलिस ने एक महिला सहित 3 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप...
लुधियाना,(ऋषि): बेटे और बहू की सरकारी नौकरी लगवाने के लिए एक व्यक्ति ने बैंक से लाखों रुपए का लोन लेकर रिश्वत दी, लेकिन न तो बहू-बेटे की सरकारी नौकरी लगी और न पैसे वापस किए। इस मामले में थाना डिवीजन नं. 8 की पुलिस ने एक महिला सहित 3 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में केस दर्ज किया है। आरोपियों की पहचान रमनदीप कौर, बलजिंद्र सिंह व बलविंद्र सिंह के रूप में हुई है।
जांच अधिकारी कुलविंद्र सिंह के अनुसार पुलिस को दी शिकायत में संधू नगर के रहने वाले बलविंद्र सिंह ने बताया कि वह सरकारी कर्मचारी है। उक्त आरोपी जुलाई 2016 में उसे कचहरी परिसर में एक रिश्तेदार के साथ मिले थे और बच्चों को सरकारी नौकरी लगवाने की बात कहने लगे जिसके बाद उन्हें फिरोज गांधी मार्कीट स्थित अपने दफ्तर में बुलाया, जहां सरकारी नौकरी लगवाने के नाम पर 5 लाख रुपए ले लिए। लेकिन न तो सरकारी नौकरी लगवाई और न ही पैसे लौटाए।
पहले समझौता कर दिए 1 लाख वापस
पीड़ित ने बताया कि उसका बेटा जतिंद्र पाल फुटबाल का और बहू नेहा एथलीट पंजाब की प्लेयर है। वह बहू को पंजाब यूनिवॢसटी में नौकरी लगवाने के सपने दिखा रहा था। नौकरी न लगवा पाने पर उन्होंने 7 मार्च 2017 को पुलिस को लिखित शिकायत दी जिसके बाद उन्होंने 1 लाख रुपए तो दे दिए लेकिन बाकी पैसे देने में टालमटोल करने लगे।