Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Nov, 2017 08:01 AM
हक मांग रहे मजदूरों पर गोलियां चलाकर उनकी हत्या करने के आरोप में बठिंडा की केंद्रीय जेल में बंद 70 वर्षीय कैदी नरिंद्रपाल सिंह की हृदयाघात से मौत हो गई। इस संबंधी जेल अधिकारियों ने थाना नथाना पुलिस को सूचित किया व पुलिस प्रक्रिया के बाद मृतक...
बठिंडा (विजय): हक मांग रहे मजदूरों पर गोलियां चलाकर उनकी हत्या करने के आरोप में बठिंडा की केंद्रीय जेल में बंद 70 वर्षीय कैदी नरिंद्रपाल सिंह की हृदयाघात से मौत हो गई। इस संबंधी जेल अधिकारियों ने थाना नथाना पुलिस को सूचित किया व पुलिस प्रक्रिया के बाद मृतक नरिंद्रपाल सिंह के शव को परिजनों के हवाले कर दिया।
जानकारी के अनुसार नरिंद्रपाल सिंह निवासी बठिंडा पंजाब पुलिस में बतौर ए.एस.आई. था और वर्ष 1997 में अबोहर की एक फैक्टरी में जब मजदूर अपने हकों के लिए फैक्टरी प्रबंधकों के खिलाफ प्रर्दशन कर रहे थे तो ए.एस.आई. नरिंदरपाल सिंह और ए.एस.आई. जगजीत सिंह ने एक अन्य ए.एस.आई. के साथ मिलकर उस समय के तहसीलदार राम सिंह के आदेशों पर मजदूरों पर फायरिंग कर दी थी, जिसमें काफी मजदूरों की मौत हो गई थी। इस पूरे घटनाक्रम के बाद अबोहर के थाना सिटी में नरिंद्रपाल समेत 2 अन्य ए.एस.आई. व उस समय के तहसीलदार के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया गया था। कुछ वर्ष केस चलने के बाद फाजिल्का की अदालत ने उक्त मामले में नामजद ए.एस.आई. नरिंद्रपाल सिंह और जगजीत सिंह व एक अन्य ए.एस.आई. को उम्रकैद की सजा सुनाई थी, जिसके कुछ समय बाद नरिंद्रपाल सिंह को बठिंडा की केंद्रीय जेल रखा गया था।
2013 से जेल में बंद था मृतक
जेल सुपरिंटैंडैंट मनजीत सिंह ने बताया कि मृतक 2013 से जेल में बंद था। उस पर हत्या का मामला दर्ज था। रात्रि लगभग 3 बजे उसे अचानक दिल का दौरा पड़ा तो एम्बुलैंस द्वारा उसे सिविल अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन डाक्टरों ने उसे मृतक घोषित कर दिया। थाना नथाना प्रभारी अंग्रेज सिंह का कहना था कि पुलिस ने 174 की कार्रवाई कर शव परिजनों के हवाले कर दिया है।