Edited By Updated: 06 Dec, 2016 11:58 PM
जैसे-जैसे पंजाब में चुनाव आचार संहिता का समय करीब ...
जालंधर(पाहवा): जैसे-जैसे पंजाब में चुनाव आचार संहिता का समय करीब आ रहा है वैसे-वैसे सभी राजनीतिक दलों में खींचतान तेज होने लगी है। भारतीय जनता पार्टी हो, कांग्रेस हो, अकाली दल हो या फिर ‘आप’ जैसा दल, हर बार चुनावों से पहले एक-एक सीट पर कई-कई दावेदार पैदा हो रहे हैं। इस दावेदारी के बाद किसी एक को टिकट मिलने पर बाकी के सभी दावेदार उसे हराने में जुट जाते हैं। इस बार भी पंजाब की सभी सीटों पर ऐसा ही कुछ हो रहा है। जालंधर केंद्रीय जहां पूर्व निकाय मंत्री मनोरंजन कालिया विधायक व पूर्व निकाय मंत्री हैं तथा अमृतसर की उत्तरी सीट जहां पर अनिल जोशी विधायक व मौजूदा निकाय मंत्री हैं, की सीटें काफी अहम मानी जा रही हैं।
विधायक बनकर नीली बत्ती का लुत्फ लेने का सपना पाल रहे दावेदारों में कई लोग तो कालिया तथा जोशी के बेहद करीबी बताए जा रहे हैं। अमृतसर उत्तरी विधानसभा क्षेत्र से अनिल जोशी 2 बार लगातार चुनाव जीत कर क्षेत्र का नेतृत्व कर रहे हैं। वैसे जोशी पर बाहरी नेता होने का भी आरोप लगता रहा है, लेकिन इसके बाद भी वह 2 बार लगातार जीते, जिस कारण उन्हें पार्टी ने मंत्री पद सौंपा। जोशी की मेहनत के साथ कुछ लोग ऐसे भी रहे हैं, जिनमें से कुछ ने उनके लिए काम भी किया है। अनुज सिक्का, पार्षद मीनू सहगल व पार्षद रजनी शर्मा इस समय जोशी की सीट पर नजर रखे हुए हैं तथा अपनी-अपनी पहुंच के साथ दिल्ली हाईकमान तक सिफारिश भिड़ा रहे हैं।
भाभी के लिए खेवनहार बन सकते हैं सुभाष
रजनी शर्मा भाजयुमो नेता अविनाश शैला की पत्नी हैं तथा भाजपा के प्रदेश सचिव सुभाष शर्मा की भाभी हैं। सुभाष शर्मा की अरुण जेतली के साथ काफी नजदीकी है तथा वह अपने स्तर पर रजनी शर्मा के लिए गुहार लगा सकते हैं। संघ की सेवा का फल लेने की तैयारीमीनू सहगल अमृतसर में संघ में अच्छी पहुंच रखने वाले सहगल परिवार की बहू है। संघ के साथ काफी देर से परिवार काम कर रहा है तथा अब परिवार की बहू राजनीति में सक्रिय होकर पार्षद के बाद अगली मंजिल की तैयारी में है, जबकि अनुज सिक्का जोशी के करीबी रहे हैं तथा उनकी पत्नी भी पार्षद है। वह भी अब इस सीट पर टिकट लेने के लिए भाजपा हाईकमान के साथ पहुंच बना रहे हैं।
कभी साथ थे, अब छीनना चाहते हैं कालिया से टिकट
उधर, जालंधर केंद्रीय विधानसभा सीट पर मनोरंजन कालिया लगातार दूसरी बार विधायक हैं। उनकी सीट पर नजर रखने वालों की भी कमी नहीं है। इनमें कुछ तो किसी समय उनके बेहद करीब रह चुके हैं। राकेश राठौर इस सीट से सबसे मजबूत दावेदार के तौर पर गिने जाते हैं। वैसे वह पिछली बार भी इस सीट के लिए टिकट मांग चुके हैं। वह जालंधर के मेयर रह चुके हैं तथा अब पंजाब भाजपा में उपाध्यक्ष के पद पर काम कर रहे हैं। राठौर के साथ-साथ अशोक गांधी जो कभी कालिया के बेहद करीबी थे, टिकट के चाहवान हैं। आजकल उनका कालिया के साथ छत्तीस का आंकड़ा है। इसी प्रकार एक अन्य दावेदार अरुण बजाज भी हैं। अमित अरोड़ा भी दावेदारों में शामिल हैं, जबकि संघ के एक गुट की तरफ से भी कुछ चेहरों पर दांव चलने की तैयारी की जा रही है।