Edited By Updated: 05 Mar, 2017 04:16 AM
पंजाब विधानसभा चुनाव का परिणाम आने के बाद पंजाब भाजपा के कई नेता दिल्ली....
चंडीगढ़: पंजाब विधानसभा चुनाव का परिणाम आने के बाद पंजाब भाजपा के कई नेता दिल्ली में अगले महीने होने वाले एम.सी.डी. चुनाव प्रचार के लिए जाएंगे। डी.एस.जी.एम.सी. चुनाव में शिअद की जीत ने अकाली-भाजपा गठबंधन नेताओं में नया उत्साह भरा है। उन्हें उम्मीद है कि इसका असर नगर निगम दिल्ली के होने वाले आगामी चुनाव पर भी पड़ेगा और वे फिर से निगम पर कब्जा करने में कामयाब होंगे। उन्हें उम्मीद है कि पंजाब के नतीजे भी गठबंधन के लिए सकारात्मक ही रहेंगे।
इसमें कोई दो राय नहीं कि बेशक भाजपा ने प्रत्यक्ष रूप से डी.एस.जी.एम.सी. चुनाव में हिस्सा नहीं लिया, लेकिन शिअद प्रत्याशियों को अंदरखाते इसका पूरा समर्थन रहा। ऐसे में दोनों दलों के नगर निगम चुनाव में मजबूती से उभरने की उम्मीद गठबंधन को है। पंजाब भाजपा ने कहा कि डी.एस.जी.एम.सी. चुनाव के नतीजों ने सिद्ध कर दिया है कि असल में शिअद ही पंथक पार्टी है। इस चुनाव में सिख मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल करके अपने इस विश्वास का प्रमाण भी दे दिया है। दिल्ली की तरह ही पंजाब विधानसभा चुनाव के नतीजे भी अकाली-भाजपा के लिए सकारात्मक रहेंगे और गठबंधन लगातार तीसरी बार सत्ता में आएगा।
दिल्ली में स्थिति मजबूत करने पर रहेगा जोर
शिअद के साथ से भाजपा की कोशिश रहेगी कि अब दिल्ली में अपनी पकड़ को फिर से मजबूत किया जाए। दिल्ली विधानसभा के पिछले चुनाव में ‘आप’ के हाथों हुई हार के बाद डी.एस.जी.एम.सी. चुनाव में शिअद को मिली जीत ने भाजपा को हौसला दिया है। अब कोशिश वर्ष 2012 की तरह ही दिल्ली नगर निगम पर काबिज होने की होगी। फर्क केवल इतना रहेगा कि 2012 में भाजपा का सीधा मुकाबला कांग्रेस से था जबकि इस बार ‘आप’ भी मैदान में होगी।
बहरहाल गुरुद्वारा चुनाव की जीत को भुनाने की पूरी कोशिश अकाली-भाजपा गठबंधन दिल्ली नगर निगम चुनाव में करेगा। इसी को ध्यान में रखकर पार्टी ने डी.एस.जी.एम.सी. चुनाव में शिअद को जिताने के लिए अंदरखाते पूरा जोर लगाया।