Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Oct, 2017 10:32 PM
मोग पुलिस को उस समय भारी सफलता मिली जब गत 7, 8 अक्तूबर की रात को बाघापुराना के सिद्धू गन हाउस की छत्त में सेंध लगाकर उसमें से 12 बोर की पांच बंदूकें चोरी करने वाले दो व्यक्तियों को चोरी की बंदूकों सहित काबू किया गया। जबकि मुख्य सरगना पुलिस के काबू...
मोगा(ग्रोवर): मोग पुलिस को उस समय भारी सफलता मिली जब गत 7, 8 अक्तूबर की रात को बाघापुराना के सिद्धू गन हाउस की छत्त में सेंध लगाकर उसमें से 12 बोर की पांच बंदूकें चोरी करने वाले दो व्यक्तियों को चोरी की बंदूकों सहित काबू किया गया। जबकि मुख्य सरगना पुलिस के काबू नहीं आ सका।
क्या है सारा मामला
जिला पुलिस अधीक्षक राजजीत सिंह हुंदल तथा एस.पी.आई वजीर सिंह ने आज जिला प्रबंधकीय काम्पलैक्स स्थित अपने दफ्तर में पत्रकारों से बातचीत करते बताया कि बाघापुराना के असला डीलर सिद्धू गन हाउस की दुकान में से अज्ञात चोरों द्वारा छत्त में दरार डालकर 7-8 अक्तूबर की रात को पांच 12 बोर की बंदूकें चोरी की थीं। इस संबंध में बाघापुराना पुलिस द्वारा असला डीलर कमलदीप सिंह सिद्धू की शिकायत पर अज्ञात चोरों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। उन्होंने बताया कि असला चोरी होने के मामले को गंभीरता से लेते चोरों को काबू करने के लिए विशेष मुहिम चलाई गई थीं, ताकि चोर काबू आ सकें। उन्होंने कहा कि गन हाउस के आसपास लगे सी.सी.टी.वी. कैमरों की विशेष तौर पर जांच की गई, ताकि कोई सुराग मिल सकें।
गठित की थीं विशेष टीमें
जिला पुलिस अधीक्षक राजजीत सिंह हुंदल ने बताया कि चोरों को काबू करने के लिए एस.पी.आई. वजीर सिंह, डी.एस.पी.आई. सर्बजीत सिंह वाहिया, स्पैशल स्टाफ मोगा के इंचार्ज इंस्पैक्टर किक्कर सिंह पर आधारित विशेष टीम गठित की गई थीं।
कैसे आए चोर काबू
एस.एस.पी. के अनुसार जब स्पैशल के इंचार्ज इंस्पैक्टर किक्कर सिंह बाघापुराना में गश्त कर रहे थे तो उनको गुप्त सूत्रों से जानकारी मिली कि गांव गिल के पुल सुआ के पास कुछ संदिग्ध व्यक्ति मोटर साइकिल पर घूम रहे हैं, जिस पर उन्होंने तुरंत विशेष नाकाबंदी करके उक्त चोरी के मामले में बब्बू सिंह निवासी महंता वाली गली बाघापुराना तथा जसप्रीत सिंह उर्फ कालू निवासी डा. अंबेदकर नगर फरीदकोट हाल आबाद मंड वाला फरीदकोट को काबू किया गया तथा इनकी निशानदेही पर बाघापुराना के गन हाउस में चोरी की गई पांच 12 बोर की बंदूकें बरामद की गई। जबकि इनका तीसरा साथी जो मुख्य सरगना है अमनदीप सिंह उर्फ अमना निवासी डोगर बस्ती फरीदकोट पुलिस के काबू नहीं आ सका।
उन्होंने बताया कि बब्बू के खिलाफ थाना सदर कोटकपूरा में चोरी के मामले दर्ज हैं। जबकि जसप्रीत सिंह उर्फ कालू के खिलाफ थाना सिटी फरीदकोट में मामले दर्ज हैं। उन्होंने कहा कि काबू किए गए कथित आरोपियों को माननीय अदालत में पेश किया जाएगा तथा मुख्य सरगना को काबू करने के लिए छापामारी की जा रही है, जिसके काबू आने पर और भी कई अहम वारदातों के सुराग मिलने की संभावना है।
गैंगस्टरों से मुख्य सरगना के संबंध
जिला पुलिस अधीक्षक राजजीत सिंह हुंदल ने बताया कि मुख्य सरगना अमनदीप सिंह उर्फ अमना के गैंगस्टर दाहिया खान मलेरकोटला तथा अन्य गैंगस्टरों से संबंधों की जानकारी मिली है तथा उसको गैंगस्टर दाहिया खान के साथ पुलिसद्वारा असला समेत काबू किया गया था तथा उसके खिलाफ थाना मक्खू तथा ममदोट में जानलेवा हमला करने तथा असला एक्ट के तहत मामले दर्ज हैं।
गैंगस्टरों को देना था असला
जिला पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गन हाउस में चोरी की गई पांच 12 बोर की बंदूकों को दाहिया खान मलेरकोटला तथा कई गैंगस्टरों को देनी थीं, जिनके साथ उन्होंने कई वारदातों को अंजाम देना था। चोरों के काबू आ जाने पर बहुत बड़ी वारदातें टल गई। उन्होंने बताया कि यह मोगा पुलिस की बहुत बड़ी सफलता है कि इतनी जल्दी चोरी की बंदूकों समेत चोर काबू आ गए।
कई दिन करते रहे रेकी
जिला पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पूछताछ करने दौरान कथित आरोपियों ने बताया कि वह असले वाली दुकान के सामने वाली दुकान पर बैठकर कई दिन योजना बनाते रहे तथा उनको जानकारी मिली कि असले वाली दुकान की छत्त पर टाइलें लगी हुई हैं तथा उक्त दुकान में असला चोरी किया जा सकता है। इस उपरांत उन्होंने इस चोरी की वारदात को अंजाम दिया।
डी.जी.पी. ने की प्रशंसा
जिला पुलिस अधीक्षक राजजीत सिंह ने बताया कि गठित की गई विशेष टीम की कामयाबी पर पंजाब पुलिस के डी.जी.पी ने एस.पी.डी. वजीर सिंह, डी.एस.पी.आई. सर्बजीत सिंह बाहिया, बाघापुराना के इंस्पैक्टर जंगजीत सिंह को प्रशंसा पत्र दिए, जबकि स्पैशल सैल मोगा के इंचार्ज इंस्पैक्टर किक्कर सिंह को अच्छी सेवाओं करने बदले सम्मानित किया।