Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Oct, 2017 09:48 AM
दीवाली की रात को पटाखों के कारण एक बड़ी गत्ता फैक्टरी को आग लग गई जिसके भयानक रूप ने करीब 25 करोड़ रुपए का नुक्सान कर दिया। गत रात से लेकर आज रात तक गत्ते की रीलें सुलगती रहीं। जबकि जानी नुक्सान से बचाव हो गया।शहर में पूरा दिन चर्चा चलती रही कि...
बठिंडा (विजय): दीवाली की रात को पटाखों के कारण एक बड़ी गत्ता फैक्टरी को आग लग गई जिसके भयानक रूप ने करीब 25 करोड़ रुपए का नुक्सान कर दिया। गत रात से लेकर आज रात तक गत्ते की रीलें सुलगती रहीं। जबकि जानी नुक्सान से बचाव हो गया।शहर में पूरा दिन चर्चा चलती रही कि फैक्टरी को आग लगने का कारण बीमा लेना भी हो सकता है पर मौजूदा स्थिति के अनुसार इसकी संभावना नाममात्र लग रही है। जानकारी के अनुसार गत्ता बनाने वाली एक बड़ी फैक्टरी अग्रवाल कोरोक्राफ्ट प्राइवेट लिमिटेड, फोकल प्वाइंट, मानसा रोड बठिंडा के मुलाजिम काम खत्म होने के बाद क्वार्टरों में चले गए पर सिक्योरिटी गार्ड वहीं मौजूद थे।
रात को करीब 8 बजे फैक्टरी के मालिक वापस पहुंचे व कर्मियों से मिल कर दीवाली की पूजा की फिर वे सभी नजदीक ही स्थित फैक्टरी में चले गए। अब सिक्योरिटी गार्ड भी उनके साथ ही चला गया व फैक्टरी को ताला लगा हुआ था। दूसरी फैक्टरी में पूजा करने के बाद मालिक अपने घर चला गया जबकि सिक्योरिटी गार्ड व कर्मी वापस पहली फैक्टरी में लौट आए। इसके बाद कर्मी फैक्टरी के गेट पर ही पटाखे चलाते रहे जिनके निशान सुबह भी नजर आ रहे थे। करीब 9.30 बजे क्वार्टर्स में रहते कर्मियों को शैड के नजदीक धुआं निकलता नजर आया।
उन्होंने तुरंत मालिक को सूचित किया, जबकि 10.30 बजे फायरब्रिगेड को भी बुला लिया गया। फायरब्रिगेड की आधा दर्जन गाडिय़ां पानी लेकर मौके पर पहुंच गईं। जबकि मुक्तसर साहिब, गिद्दड़बाहा, लहरा मोहब्बत थर्मल प्लांट, एन.एफ.एल. इत्यादि स्थानों से भी आधा दर्जन फायरब्रिगेड गाडिय़ां और मंगवा ली गईं।
भले फायर टीमें पानी से आग पर काबू करने के यत्न क रती रहीं पर आग की लपटें लगातार बढ़ती रहीं। नतीजे के तौर पर कुछ घंटों के बाद फैक्टरी का शैड भी ढह गया।