Edited By Updated: 05 Dec, 2016 12:17 AM
नाभा जेल ब्रेक में फरार खालिस्तान लिबरेशन फोर्स के सरगना हरमिंद्र सिंह मिंटू ने पुलिस इंटैरोगेशन में खुलासा किया है कि .......
जालंधर: नाभा जेल ब्रेक में फरार खालिस्तान लिबरेशन फोर्स के सरगना हरमिंद्र सिंह मिंटू ने पुलिस इंटैरोगेशन में खुलासा किया है कि आई.एस.आई. का फील्ड इंटैलीजैंस यूनिट पंजाब सीमा पर नारोवाल और कसूर में दफ्तर बनाकर पंजाब में अपराधियों, तस्करों और पुराने आतंकवादियों का गठजोड़ बनाकर बड़ी वारदात कर सकता है। सूत्रों के अनुसार पिछले साल 26 जुलाई को दीनानगर में हुए आतंकी हमले और इस साल 2 जनवरी को पठानकोट में एयरबेस पर हुए हमले के पीछे भी आई.एस.आई. के इसी यूनिट का हाथ बताया जा रहा है। इसे खास तौर पर पंजाब में आतंकवाद को दोबारा सक्रिय करने का काम सौंपा गया है। मिंटू से जो सवाल किए गए उनमें से कुछ सवालों के जवाब देते हुए उसने खुलासा तो किया ही है साथ ही यह भी बताया कि पंजाब में वह स्लीपर सैल बनाने की कोशिश कर रहा है।
सवाल : आई.एस.आई. का पंजाब प्लान क्या है?
जवाब : फील्ड इंटैलीजैंस यूनिट (एफ.आई.यू.) के जरिए आई.एस.आई. पंजाब में बड़ी वारदात कर सकता है। फील्ड इंटैलीजैंस यूनिट का काम स्मगलरों और आतंकियों में तालमेल स्थापित कर पंजाब में आतंक की गतिविधियों को अंजाम देना है। आई.एस.आई. ने इसको आप्रेशन पंजाब का जिम्मा सौंपा है।
सवाल : पंजाब बार्डर के साथ लगते किन इलाकों में यह यूनिट सक्रिय है?
जवाब : गुरदासपुर और फिरोजपुर सैक्टर में इसने अपना बेस बनाया हुआ है। नारोवाल और कसूर में इसके अधिकारी तैनात हैं और ये गुरदासपुर, फिरोजपुर और खेमकरण सैक्टर और अमृतसर के साथ लगती सीमा पर तस्करों और पुराने आतंकवादियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। यह यूनिट फिदायीन हमलावरों को घुसपैठ करने में मदद करता है। इस फील्ड यूनिट के अफसर को कश्मीर में भी आतंकी गतिविधियां चलाने का अनुभव है इसलिए इसको पंजाब में भी काम दिया गया है।
सवाल : क्या तुम्हारी जेल ब्रेक से पहले पाकिस्तान से बात हुई थी?
जवाब : जेल ब्रेक से एक दिन पहले 26 नवम्बर को स्काइप से पाकिस्तान में एफ.आई.यू. के एजैंट से बात हुई थी और उसने यह बताया था कि कल भागने का मिशन पूरा हो जाएगा।
सवाल : जब तुम जेल में थे तो पाकिस्तान से पैसा आता था?
जवाब: पाकिस्तान से हवाला के माध्यम से पैसे अक्सर भेजे जाते थे। जेल ब्रेक से पहले भी पाकिस्तान से पैसे भेजे गए थे और इनमें से कुछ पैसे गैंगस्टरों को भी दिए गए।
सवाल : क्या जेल से भागने के बाद भी पाकिस्तान से बात हुई थी?
जवाब : बस में चढऩे से पहले पाकिस्तान फोन करके यह बता दिया था कि नेपाल पहुंचने वाला हूं।
इंटैरोगेशन में यह भी बात सामने आई है कि यह पैसे दिल्ली, चंडीगढ़, लुधियाना में आए थे। यह खुलासा होने के बाद इंटैरोगेशन टीम ने इन तीनों स्थानों पर छापेमारी कर उस सोर्स को पकड़ा है जहां से पैसे आए थे। इस बात का भी खुलासा हुआ है कि जम्मू-कश्मीर सीमा पर सुरक्षा बलों की सख्ती के बाद आई.एस.आई. पंजाब सीमा से घुसपैठ कराने की बार-बार कोशिश कर रही है। वीरवार को भी इस घुसपैठ की कोशिश में एक घुसपैठिया मारा गया था।