Edited By Punjab Kesari,Updated: 14 Nov, 2017 03:12 PM
पंजाब में गन्ना उत्पादकों को पिछले 5 सालों से टिकी हुई सरकारी कीमतों पर ही फसल बेचनी पड़ रही है। अपने साथ हो रहे इस आर्थिक भेदभाव के खिलाफ किसानों की ओर से 15 नवंबर को फगवाड़ा के चहेरू में प्रदेशस्तरीय धरना रखा गया है।
जालंधर (सोनू): पंजाब में गन्ना उत्पादकों को पिछले 5 सालों से टिकी हुई सरकारी कीमतों पर ही फसल बेचनी पड़ रही है। अपने साथ हो रहे इस आर्थिक भेदभाव के खिलाफ किसानों की ओर से 15 नवंबर को फगवाड़ा के चहेरू में प्रदेशस्तरीय धरना रखा गया है।
इस धरने को रोकने के लिए जालंधर के सर्किट हाऊस में प्रशासन तथा किसानों के बीच बैठक की गई। किसानों का कहना है कि गन्ने का मूल्य 350 रुपए किया जाए। अगर सरकार इस मांग को नहीं मानेगी तो धरना जारी रहेगा। इस दौरान जालंधर के डीसी , एसपी बलकार सिंह,एस.एस.पी. भुल्लर जालंधर देहाती ,एस.पी.पंडाल फगवाडा़,डीसी कपूरथला तथा अन्य अधिकारी मौजूद थे।
जिला प्रशासन इस धरने को रोकने की पूरी खोशिश कर रहा है। वहीं किसान धरने की बात पर अड़े हुए हैं।धरने को सफल बनाने के लिए माझा किसान संघर्ष कमेटी की ओर से किसानों को गांव-गांव जाकर लामबंद किया जा रहा है।