Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Aug, 2017 10:12 AM
भारतीय किसान यूनियन लक्खोवाल जिला बरनाला की ओर से प्रधान जगसीर सिंह छीनीवाल कलां के नेतृत्व में जिला बरनाला से संबंधित अनेक किसान नेताओं ने आजादी दिवस को किसान विरोधी दिवस के तौर पर मनाया।
बरनाला (विवेक सिंधवानी, गोयल): भारतीय किसान यूनियन लक्खोवाल जिला बरनाला की ओर से प्रधान जगसीर सिंह छीनीवाल कलां के नेतृत्व में जिला बरनाला से संबंधित अनेक किसान नेताओं ने आजादी दिवस को किसान विरोधी दिवस के तौर पर मनाया।
भाकियू लक्खोवाल से संबंधित अनेक वर्करों व नेताओं ने आजादी दिवस को गुलामी दिवस का नाम देते शहर बरनाला में सिरों पर काली पट्टियां बांध कर व गले में रस्से डालकर मोटरसाइकिल मार्च निकालकर अलग ढंग से रोष प्रदर्शन किया। उन्होंने जिला डिप्टी कमिश्रर को किसानी मांगों संबंधी ज्ञापन सौंपा। इस मौके पर भाकियू लक्खोवाल के जिलाध्यक्ष जगसीर सिंह सीरा छीनीवाल कलां ने कहा कि समय की सरकारें किसानों को आॢथक आजादी देने में असफल हुई हैं।
उन्होंने किसानों को अपील की कि कल को स्वतंत्रता दिवस के जश्नों का पूर्ण बायकाट किया जाए, साथ ही उन्होंने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री व बाकी मंत्री राष्ट्रीय झंडा फहराने से पहले आत्महत्याएं कर चुके किसानों को श्रद्धा के पुष्प भेंट करें व परिवारों को राहत देने के लिए जरूरतमंद परिवारों को नौकरियां व योग्य मुआवजे तुरंत दें। इस समय युवा किसान नेता जगसीर सिंह छीनीवाल कलां ने कहा कि कांग्रेस की कैप्टन सरकार ने सत्ता संभालने से पहले किसानों मजदूरों का मुकम्मल सरकारी व गैर सरकारी कर्जा माफ करने का ऐलान किया था परंतु अब राज्य सरकार की ओर से थोड़ा सा कर्जा माफ करने का ऐलान भी पूरा नहीं किया गया।
जिला बरनाला सहित भाकियू लक्खोवाल के राज्य संगठन में सरकार की अनदेखी विरुद्ध रोष पाया जा रहा है। इस समय प्रधान छीनीवाल कलां ने केन्द्र की सरकार को आड़े हाथों लिया। वक्ताओं ने कहा कि आज के युग में देश का पेट भरने वाला अन्नदाता किसान भी गुलामी की जंजीरों में बंधा हुआ है व दूसरा केन्द्र सरकार ने किसानों से संबंधित वस्तुओं को जी.एस.टी. के घेरे में लाकर किसान विरोधी होने का सबूत दिया।