Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Nov, 2017 03:08 PM
नजदीकी गांव बछोआना में भारतीय किसान यूनियन एकता (उगराहां) के कारकुनों की ओर से ब्लॉक प्रधान जोगिन्द्र सिंह दयालपुरा के नेतृत्व में गांव में स्थित पंजाब एंड सिंध बैंक के ब्रांच मैनेजर का घेराव कर नारेबाजी की गई।
बुढलाडा (मनचंदा): नजदीकी गांव बछोआना में भारतीय किसान यूनियन एकता (उगराहां) के कारकुनों की ओर से ब्लॉक प्रधान जोगिन्द्र सिंह दयालपुरा के नेतृत्व में गांव में स्थित पंजाब एंड सिंध बैंक के ब्रांच मैनेजर का घेराव कर नारेबाजी की गई।
प्रदर्शन कर रहे किसान दयालपुरा ने कहा कि गांव दोदड़ा के किसान की बेची फसल के चैक बैंक में पहले से ही जमा थे और पीड़ित किसान ने बैंक से पैसे निकलवाने के लिए ब्रांच में चैक लगाया तो ब्रांच के मैनेजर के इशारे पर उसका चैक रोक लिया गया और उसके पिता का कर्ज उससे लेने की बात कहकर उसे गांव बेरंग वापस भेज दिया जिसका किसान यूनियन पुरजोर विरोध करती है।
किसान नेता ने कहा कि कुछ समय पहले बैंक में पीड़ित किसान के पिता की लिमिट बनी हुई थी जिसका अढ़ाई लाख रुपए का कर्ज पीड़ित के पिता ने बैंक को वापस करना था और पीड़ित ने बैंक का कर्ज मोडऩे के लिए अपनी जमीन में से 2 एकड़ बैंक में गिरवी रखी हुई है जिसकी कीमत 40 लाख रुपए है फिर भी बैंक अधिकारी ने बिना सोचे-समझे पीड़ित किसान की बेची फसल के पैसे रख लिए हैं। नेताओं ने बताया कि खानदानी 40 लाख रुपए की जमीन के कागज बैंक में हैं तो पीड़ित किसान की रकम रोकना मंदभागा है। खबर लिखे जाने तक धरना जारी था।