Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Sep, 2017 10:52 AM
पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के आदेश के बाद सात किसान संगठनों का 5 दिवसीय धरना आज भारी पुलिस फोर्स की हाजिरी में पटियाला-संगरूर रोड पर महमदपुर मंडी में शुरू हो गया।
पटियाला(बलजिन्द्र, परमीत, राणा, जोसन) : पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के आदेश के बाद सात किसान संगठनों का 5 दिवसीय धरना आज भारी पुलिस फोर्स की हाजिरी में पटियाला-संगरूर रोड पर महमदपुर मंडी में शुरू हो गया। पहले ही दिन अनाज मंडी में बड़ी संख्या में किसान अपने वाहनों पर परिवारों समेत पहुंचे।
हालांकि पुलिस की तरफ से लगातार छापे मारे जा रहे थे परंतु किसानों के जोश में किसी तरह का कोई बहुत बड़ा फर्क नहीं देखा गया। सुबह से किसान जुटने शुरू हुए और बाद दोपहर 3 बजे स्टेज की कार्रवाई आरंभ कर दी जहां किसान नेताओं ने सरकार के खिलाफ खुल कर भड़ास निकाली। देर शाम तक किसानों का अपने वाहनों पर आना जारी था। दूसरी तरफ सुबह से ही आज पटियाला-संगरूर रोड पर भारी संख्या में अलग-अलग स्थानों पर पुलिस फोर्स तैनात की गई थी। महमदपुर मंडी के चारों तरफ बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स को तैनात किया गया। सुरक्षा प्रबंधों का जायजा लेने के लिए खुद आई.जी. ए.एस. राय पहुंचे और उनके साथ डी.आई.जी. सुखचैन सिंह गिल भी थे।
दूसरी तरफ भारतीय किसान यूनियन (एकता) डकौंदा के प्रधान बूटा सिंह बुरजगिल, भारतीय किसान यूनियन (एकता) उगाराहां के जोगिन्द्र सिंह उगराहां, कामगार किसान यूनियन के निर्भय सिंह ढुडीके, भारतीय किसान यूनियन क्रांतिकारी के सुरजीत सिंह फूल, किसान संघर्ष कमेटी के कंवलप्रीत सिंह पन्नू, किसान संघर्ष कमेटी आजाद के हरजिंद्र सिंह टाडा, क्रांतिकारी किसान यूनियन पंजाब के दलविंद्र सिंह ने संयुक्त रूप में कहा कि सरकार अपना वायदा पूरा करने की जगह किसान नेताओं की आवाज को दबाने का प्रयत्न कर रही है, जो किसी भी हालत में नहीं हो सकता है। किसान नेताओं का कहना था कि पंजाब के किसान व मजदूर आत्महत्या कर रहे हैं, जमीनें छिन रही हैं, घर उजड़ रहे हैं और उनके सिर बैंकों व आढ़तियों के कर्जे दिन-रात बढ़ते ही जा रहे हैं। चाहे कि सभी राजनीतिक पाॢटयां और सरकारें कर्जे वाले मुद्दे पर शोर मचा रही हैं और अपनी रोटियां सेंक रही हैं, परंतु किसानों का हाथ प्यार से थामने वाला कोई भी नहीं है।