Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Aug, 2017 10:35 AM
उपमंडल के गांव दानेवाला सतकोसी के 2 किसानों ने आज नरमे की अच्छी पैदावार न होने पर मजबूरन 2 एकड़ फसल पर ट्रैक्टर चला दिया है।
अबोहर (भारद्वाज): उपमंडल के गांव दानेवाला सतकोसी के 2 किसानों ने आज नरमे की अच्छी पैदावार न होने पर मजबूरन 2 एकड़ फसल पर ट्रैक्टर चला दिया है। दानेवाला सतकोसी किसान गुरमेल सिंह व गुरप्रीत सिंह दोनों पुत्र जगसीर सिंह ने बताया कि उन्होंने पंजाब कृषि विश्वविद्यालय की सिफारिश पर बीटी 373 नरमे का बीज बोया था, जिसकी बिजाई के बाद जरूरत अनुसार नहरी पानी भी दिया था लेकिन नरमे की न तो लंबाई बढ़ी और न ही उस पर आए लीफ कर्ल (पत्ता मरोड़) बीमारी रोग पर काबू पाया जा सका। उन्होंने यूनिवॢसटी द्वारा सिफारिश की गई कीटनाशक दवाओं का भी छिड़काव किया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।
उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारियों को फसल दिखाई तो उन्होंने भी उक्त नरमे की फसल जोतने की सलाह देते हुए इसकी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को करने का आश्वासन दिया। जब उन्होंने इस बारे में ब्लाक खुइयां सरवर के ए.डी.ओ. रणबीर सिंह यादव व जिला कृषि अधिकारी बेअंत सिंह से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि टेलों पर बसे गांवों में नरमे को पूरा पानी नहीं मिल रहा। इसी प्रकार से अबोहर व खुइयां सरवर ब्लाक में करीब 3200 एकड़ नरमे की फसल कम पानी की वजह से प्रभावित हो रही है और इस बार बरसात भी कम है।
कृषि अधिकारियों ने बताया कि कुछ खेत नरमे की फसल के लिए उपयुक्त नहीं होते वहां पर अब किसान मक्की व गाजर बीजकर उसकी पैदावार बढ़ा सकते हैं। किसानों ने कृषि अधिकारियों से मांग की है कि वे गांवों में जा जाकर कैंप लगाएं और किसानों की खराब हुई फसलों की गिरदावरी पटवारियों से करवाकर निशानदेही करवाएं। पीड़ित किसानों ने कृषि अधिकारियों से किसानों की मंदी की हालत को देखते हुए सरकार से मुआवजा दिलवाने की मांग की है।