Edited By Updated: 09 Dec, 2016 04:40 PM
विभिन्न किसान संगठनों की ओर से किसानों का कर्ज माफ करने व अन्य किसानी मसलों को लेकर लगातार आवाज बुलंद की जा रही है।
भटिंडा (परमिंद्र): विभिन्न किसान संगठनों की ओर से किसानों का कर्ज माफ करने व अन्य किसानी मसलों को लेकर लगातार आवाज बुलंद की जा रही है। इस संबंध में भाकियू एकता (सिद्धूपुर) की बैठक यूनियन के अध्यक्ष पिशौरा सिंह सिद्धूपुर की अध्यक्षता में हुई। बैठक में कर्ज माफी के साथ-साथ दरियाई पानी के मसले, फसलों के मूल्य सूचकांक से जोड़कर देने तथा नोटबंदी से आ रही दिक्कतों पर विचार-विमर्श किया गया।
पिशौरा सिंह सिद्धूपुर ने कहा कि सरकार बड़े उद्योगपतियों के लाखों-करोड़ों के कर्ज माफ कर रही है लेकिन किसानों के कर्ज बारे सोचा नहीं जा रहा है जो खुदकुशियों का सबब बन रहा है। प्रांतीय सचिव बोघ सिंह मानसा व सीनियर उपाध्यक्ष काका सिंह कोटड़ा ने कहा कि दरियाई पानी को किसी भी कीमत पर बाहर नहीं जाने दिया जाएगा। किसान नेताओं ने यह भी मांग की कि किसानों को फसलों के मूल्य डा. स्वामीनाथन रिपोर्ट के अनुसार सूचकांक के साथ जोड़कर दिए जाएं।