Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Jun, 2017 04:32 PM
पंजाबी की एक कहावत है जट्ट दी जून बुरी। लेकिन यह कहावत इन दिनों पंजाब के किसानों पर सटीक नहीं बैठ रही, क्योंकि एक तरफ किसानों पर बादल मेहरबान है
फिरोजपुर (जैन): पंजाबी की एक कहावत है जट्ट दी जून बुरी। लेकिन यह कहावत इन दिनों पंजाब के किसानों पर सटीक नहीं बैठ रही, क्योंकि एक तरफ किसानों पर बादल मेहरबान है तो वहीं सरकार द्वारा किए गए बिजली देने के वायदे भी पूरे हो रहे हैं।
धान की बिजाई करने में किसानों को किसी तरह की दिक्कत नहीं हो रही, लेकिन कुछ नहरों के किनारे कच्चे होने के कारण जब उनमें दरार आ जाती है तो किसानों की फसलें डूब जाती हैं और उन्हें परेशानी उठानी पड़ती है। शुक्रवार को जिले के विभिन्न हिस्सों में जाकर किसानों से जब बात की गई किसानों के चेहरों पर चिंता की बजाय खुशी नजर आई। वहीं पावरकॉम के एस.ई. मस्सा सिंह का कहना है कि गांवों में पूरी बिजली सप्लाई की जा रही है ताकि फसल लगाने में किसानों को परेशानी महसूस न हो। उन्होंने कहा कि मात्र आंधी-तूफान व रिपेयर के वक्त ही बिजली बंद की जाती है।