Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Aug, 2017 12:06 PM
पंजाब खेत मजदूर यूनियन द्वारा उपायुक्त कार्यालय के सामने रोष प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनकारी सैंकड़ों खेत मजदूर पुरुष, महिलाओं, बुजुर्गों व बच्चों ने नारेबाजी करते हुए मांग की कि नित खुदकुशी के रास्ते पर चले खेत मजदूरों को बचाने के लिए सरकार द्वारा...
श्री मुक्तसर साहिब (तनेजा, खुराना): पंजाब खेत मजदूर यूनियन द्वारा उपायुक्त कार्यालय के सामने रोष प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनकारी सैंकड़ों खेत मजदूर पुरुष, महिलाओं, बुजुर्गों व बच्चों ने नारेबाजी करते हुए मांग की कि नित खुदकुशी के रास्ते पर चले खेत मजदूरों को बचाने के लिए सरकार द्वारा कुछ नहीं किया जा रहा।
इस अवसर पर तरसेम सिंह खुंडे हलाल, काका सिंह खुंडे हलाल आदि ने कहा कि तमाम खेत मजदूरों द्वारा बैंकों की जगह सूदखोरों से कर्जा लिया जाता है, क्योंकि उनके पास कोई जमीन-जायदाद तो होती नहीं। इसलिए खेत मजदूरों को बिना किसी गवाही के लंबी मियाद वाले बैंक कर्ज देने का प्रबंध किया जाए व कर्ज माफ किए जाएं।
इसके अलावा खुदकुशी पीड़ितों को 10-10 लाख रुपए मुआवजा व एक-एक व्यक्ति को नौकरी दी जाए, बेघर जरूरतमंदों को 10-10 मरले के प्लाट अलॉट व काटे प्लाटों का कब्जा दिया जाए, पैंशनरों, मनरेगा व स्कूली वजीफों के बकाए तुरंत जारी किए जाएं व स्कूलों में किताबें भेजी जाएं। पैंशन की राशि कम से कम 2500 रुपए की जाए, जमीन हदबंदी कानून लागू करके अधिक जमीन खेत मजदूरों में बांटी जाए आदि मांगें भी उठाई गईं। इस अवसर पर प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने उनकी मांगें पूरी न की तो वे जल्द ही कड़ा संघर्ष शुरू करेंगे।