Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Dec, 2017 04:15 PM
गिद्दड़बाहा सिविल अस्पताल में आज उस समय स्थिति अजीब सी हो गई, जब नहर से बरामद एक शव को एक व्यक्ति ने पहले यह शव अपने भाई का कह कर पहचान की और अस्तपाल की कार्रवाई पूरी करवा ली और बाद में उक्त शव को अपने भाई का न होने की बात कहते हुए उसको अज्ञात करार...
गिद्दड़बाहा (कुलभूषण): गिद्दड़बाहा सिविल अस्पताल में आज उस समय स्थिति अजीब सी हो गई, जब नहर से बरामद एक शव को एक व्यक्ति ने पहले यह शव अपने भाई का कह कर पहचान की और अस्तपाल की कार्रवाई पूरी करवा ली और बाद में उक्त शव को अपने भाई का न होने की बात कहते हुए उसको अज्ञात करार दे दिया।
इस पूरे मामले संबंधी जब थाना गिद्दड़बाहा के एस.एच.ओ. धर्मपाल शर्मा के साथ बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि गत 13 दिसम्बर की सुबह गिद्दड़बाहा-मलोट रोड पर स्थित राजस्थान फीडर में छलांग मार गए सुरेश कुमार उर्फ हैप्पी पुत्र वेद प्रकाश निवासी मलोट के संबंध में मृतक के भाई नरेश कुमार को आज सुबह सूचना प्राप्त हुई थी कि उक्त नहर से एक व्यक्ति का शव बरामद हुआ है, जिस पर नरेश कुमार ने थाना गिद्दड़बाहा की पुलिस को साथ लेकर उक्त शव की पहचान अपने भाई सुरेश कुमार उर्फ हैप्पी के रूप में की।
पहचान करने पर शव को सिविल अस्पताल में ले आया। ड्यूटी पर तैनात डा. नीतीश गोयल द्वारा उक्त लाश का पोस्टमार्टम करवाने के लिए लगभग सारी तैयारी मुकम्मल कर ली गई, परंतु इस दौरान मृतक हैप्पी के भाई नरेश कुमार ने शक जाहिर किया कि यह शव उसके भाई हैप्पी का नहीं है बल्कि किसी और अज्ञात व्यक्ति का है। इस दौरान मृतक की पत्नी गीता रानी को गिद्दड़बाहा के सिविल अस्पताल में उक्त शव की शिनाख्त करने के लिए लाया गया, जिसने भी उक्त लाश अपने पति सुरेश कुमार उर्फ हैप्पी की न होने के बारे में कहा। एस.एच.ओ. धर्मपाल शर्मा ने बताया कि उक्त लाश को पहचान के लिए अगले 72 घंटों तक गुरु गोबिन्द सिंह मैडीकल कालेज फरीदकोट में पहुंचा कर अगली कार्रवाई शुरू कर दी गई है।