Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Oct, 2017 11:04 AM
डी.डी.पी.ओ.-कम-कलैक्टर पंचायती लैंड कपूरथला के हुक्मों पर सुल्तानपुर लोधी प्रशासन ने एस.डी.एम. सुल्तानपुर लोधी डा. चारूमिता, तहसीलदार गुरमीत सिंह, नायब तहसीलदार नरोत्तम सिंह की उपस्थिति में भारी पुलिस सुरक्षा के तहत गांव हुसैनपुर बूले की विवादित 216...
सुल्तानपुर लोधी(धीर): डी.डी.पी.ओ.-कम-कलैक्टर पंचायती लैंड कपूरथला के हुक्मों पर सुल्तानपुर लोधी प्रशासन ने एस.डी.एम. सुल्तानपुर लोधी डा. चारूमिता, तहसीलदार गुरमीत सिंह, नायब तहसीलदार नरोत्तम सिंह की उपस्थिति में भारी पुलिस सुरक्षा के तहत गांव हुसैनपुर बूले की विवादित 216 एकड़ पंचायती जमीन का कब्जा गांव हुसैनपुर बूले की पंचायत को दिला दिया। इस बीच जहां गांव पुलिस छावनी में तबदील हो गया, वहीं महिलाएं भी कब्जा हटाने गई फोर्स के आगे डट गईं।
क्या है मामला
गांव हुसैनपुर बूले के करीब 216 एकड़ जमीन, जिस पर करीब 50-60 वर्षों से किसान खेती करते आ रहे हैं, परंतु जमाबंदी वर्ष 2007-08 तहत गांव हुसैनपुर बूले तहसील सुल्तानपुर लोधी पंचायती मलकीयत है पर पंचायत जमीन की तरफ से यह जमीन पंचायती बोली पर देती आ रही है, पर जमीन पर काबिज किसानों की तरफ से जमीन संबंधित पंचायत को कोई ठेका नहीं दिया जा रहा है जिस यह कारण यह मामला ब्लॉक विकास व पंचायत अधिकारी की अदालत में चला गया।
जिस संबंधी फैसला सुनाते हुए पंचायत अफसर अमरजीत सिंह की अदालत ने 2 अगस्त 2017 को पंचायत के हक में फैसला सुनाते हुए अवैध कब्जाकारों को एक महीने का समय देकर अवैध कब्जा हटाने के निर्देश दिए थे पर अवैध कब्जाकारों ने कब्जा नहीं हटाया जिस कारण प्रशासन ने भारी पुलिस बल के साथ इस जमीन की निशानदेही करके कब्जा तुरंत पंचायत के हवाले कर दिया।
महिला के बेहोश होने पर गर्माया मामला
धरने पर बैठी महिलाओं, पुरुषों को पुलिस द्वारा घेरे में लेकर जब किसी को भी बाहर उठकर जाने की आज्ञा नहीं दी तो एक महिला की हालत खराब हो गई तथा वह बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़ी जिसके रोष के तौर पर महिलाओं ने सरकार व प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए कहा कि हम अपनी लाशों पर ही इस जमीन व प्रशासन को कब्जा करने देंगे।