Edited By Updated: 21 Apr, 2017 02:00 PM
महिला के नाम पर फर्जी वोटर कार्ड तैयार कर एक व्यक्ति को आपत्तिजनक मैसेज भेजने के मामले में कार्रवाई करते हुए थाना सदर कपूरथला की पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 420, 467, 471, 120बी, 506 व 294 के तहत मामला दर्ज किया है जो फिलहाल पुलिस की गिरफ्त से बाहर...
कपूरथला (भूषण): महिला के नाम पर फर्जी वोटर कार्ड तैयार कर एक व्यक्ति को आपत्तिजनक मैसेज भेजने के मामले में कार्रवाई करते हुए थाना सदर कपूरथला की पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 420, 467, 471, 120बी, 506 व 294 के तहत मामला दर्ज किया है जो फिलहाल पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।
यह था मामला
जानकारी के अनुसार मग्घर सिंह पुत्र मङ्क्षहद्र सिंह निवासी मॉडल टाऊन कपूरथला ने 1 मार्च, 2017 को एस.एस.पी. कपूरथला को दी शिकायत में बताया था कि उसके बेटे को कोई अज्ञात व्यक्ति लगातार फोन पर जान से मारने
की धमकियां देने सहित आपत्तिजनक मैसेज भेजता था।
इस दौरान जब उसने अपने तौर पर उक्त व्यक्ति की जांच की तो उसे पता चला कि यह मैसेज मनप्रीत सिंह पुत्र कुलजीत सिंह निवासी बस्ती पीरदाद जालंधर भेजता है जिसने किसी महिला के नाम पर जाली वोटर कार्ड तैयार कर उसके आधार पर सिम कार्ड लिया था। इस संबंधी 15 दिसम्बर, 2016 को उसने थाना सिटी कपूरथला में शिकायत भी दर्ज करवाई थी, लेकिन उस समय सिटी पुलिस में तैनात एक ए.एस.आई. ने उक्त शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की, जिसके उपरांत उसने 11 फरवरी, 2017 को उच्चाधिकारियों को शिकायत दी। शिकायत थाना सिटी कपूरथला के एस.एच.ओ. को मार्क की गई, जिस दौरान सिटी पुलिस में तैनात एक और ए.एस.आई. ने मामले की जांच किए बिना ही आरोपी मनप्रीत सिंह के खिलाफ धारा 107 व 151 के तहत कार्रवाई कर दी, लेकिन उसके लड़के को जान से मारने के लगातार आ रहे मैसेज के संबंध में कोई कार्रवाई नहीं की, जिस पर एक बार फिर उसे एस.एस.पी. के समक्ष न्याय की गुहार लगानी पड़ी।
यह निकला जांच में
एस.एस.पी. ने मामले को गम्भीरता से लेते हुए एस.पी. ट्रैफिक को जांच के आदेश दिए जिसमें खुलासा हुआ कि मनप्रीत सिंह पुत्र कुलजीत सिंह ने गलत पते पर एक महिला के नाम पर उक्त वोटर कार्ड तैयार करवाया था। जब इस संबंध में जालंधर के चुनाव रजिस्ट्रेशन अधिकारी-कम-सब डिवीजन मैजिस्ट्रेट जालंधर-2 के वि.स. क्षेत्र करतारपुर से जानकारी ली तो वोटर कार्ड में दिए गए पते पर कोई व्यक्ति नहीं मिला तथा वोटर कार्ड जाली साबित हुआ। वोटर
कार्ड पर जिस महिला की फोटो लगी हुई थी, उसका कोई रिकार्ड नहीं था।