Edited By Punjab Kesari,Updated: 13 Feb, 2018 09:50 PM
8वीं के बाद पढ़ाई छोडऩे वाले रूपिन्द्र सिंह मान ने नकली आई.पी.एस. बनकर सबको गुमराह करते हुए ऐसी पैठ बनाई कि खाकी व खादी ही नहीं, उस....
लुधियाना(पंकज) : 8वीं के बाद पढ़ाई छोडऩे वाले रूपिन्द्र सिंह मान ने नकली आई.पी.एस. बनकर सबको गुमराह करते हुए ऐसी पैठ बनाई कि खाकी व खादी ही नहीं, उसके परिवार वाले भी उसे सैल्यूट करते थे। इस नकली आई.पी.एस. ने कानून की खूब धज्जियां उड़ाईं। आरोपी की नौसरबाजी से पर्दा उठने के बाद सच्चाई जान न सिर्फ उसके करीबी, बल्कि पारिवारिक सदस्य भी खुद को ठगा सा महसू करने लगे हैं।
थाना सलेम टाबरी में आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज होने व मीडिया में खबरें आने के बाद से मान को बचपन से जानने वाले भी दंग हैं। 8वीं कक्षा के बाद स्कूल छोडऩे वाले मान ने लोगों को ही नहीं, बल्कि अपने परिवार को भी पूरी तरह से अंधेरे में रखा हुआ था। उसने बताया था कि उसने प्राइवेट तौर पर न सिर्फ अपनी पढ़ाई पूरी कर ली है, बल्कि बाकायदा यू.पी.एस.सी. का एग्जाम भी क्लीयर किया है। इसके बाद वह बतौर आई.पी.एस. अधिकारी बन चुका है। अपने सफेद झूठ पर उसने इतने बेहतरीन ढंग से पारिवारिक सदस्यों, दोस्तों व करीबियों को विश्वास दिलवाया हुआ था कि किसी को भी रती भर शक नहीं होने दिया। इतना ही नहीं एरिया में होने वाले किसी भी तरह के विवाद उपरांत वह लोगों के समक्ष पुलिस अधिकारियों को इतने विश्वास से आदेश देता था कि हर कोई उसके आई.पी.एस. अधिकारी होने की बात पर यकीनी करता था। पुलिस वर्दी में वह ऐसे कई पुलिस थानों में बेझिझक घुस जाता था, जहां पर थाना प्रभारी तक उसे अपनी कुर्सी पर बैठाकर सम्मान देते थे। पुलिस अधिकारियों के अलावा सत्ताधारी नेताओं तक उसने रिलेशन डिवैल्प किया हुआ था। खुद को 2015 बैच का आई.पी.एस. अधिकारी बताने वाले इस नौसरबाज ने पुलिस वर्दी का कहां-कहां दुरुपयोग किया, इसकी जांच शुरू हो चुकी है।
दर्जनों शख्स दंग :
आरोपी के सफेद झूठ का शिकार हुए दर्जनों शख्स जिनमें सिविल व पुलिस अधिकारी, सियासतदान व उद्यमी शामिल हैं, सच्चाई जानने के बाद दंग हैं कि आखिर उनकी आंखें व दिमाग धोखा कैसे खा गया। आरोपी का कॉन्फीडैंस लैवल इतना जबरदस्त था कि दुनिया तो एक तरफ अपने परिवार तक को उसने सच्चाई की भनक तक नहीं लगने दी।
सुरक्षा व गोपनीयता भी खतरे में :
आई.पी.एस. अधिकारी का रूप धारण करके विभिन्न सरकारी दफ्तरों में धनधनाते घूमते रहे आरोपी की नौसरबाजी से सुरक्षा व गोपनीयता पर भी खतरा मंडराता नजर आ रहा है। पुलिस हो या फिर अन्य विभाग आरोपी को जिम्मेदार अधिकारी समझकर सुरक्षा व गोपनीयता को लेकर अनजाने में उसके साथ शेयर की गई कई बातें, जोकि सिर्फ अधिकारियों में ही रहती हैं, ऐसे शातिर इंसान तक पहुंच जाने से अधिकारी बेहद ङ्क्षचतित हैं।