Edited By Updated: 14 Apr, 2017 12:35 PM
डायरैक्टोरेट जनरल सैंट्रल एक्साइज इंटैलीजैंस (डी.जी.सी.ई.आई.) ने मंडी गोबिंदगढ़ में नकली बिलों का कारोबार करने वाले 2 यूनिटों पर दबिश दी।
लुधियाना(सेठी): डायरैक्टोरेट जनरल सैंट्रल एक्साइज इंटैलीजैंस (डी.जी.सी.ई.आई.) ने मंडी गोबिंदगढ़ में नकली बिलों का कारोबार करने वाले 2 यूनिटों पर दबिश दी। यह कार्रवाई लुधियाना और दिल्ली की टीमों ने संयुक्त रूप से एडीशनल डायरैक्टर नितिन सैनी की अगुवाई में की। विभागीय सूत्रों से पता चला है कि उक्त दोनों यूनिट लोहे का कारोबार करते हैं और सारा व्यापार जाली बिल काटकर किया जाता था। विभागीय टीम द्वारा सुधीर कपिला के कार्यालय व घर पर दबिश दी गई, जबकि माधव एलॉय के कार्यालय में हर प्रकार के दस्तावेज, कम्प्यूटर और अन्य सामग्री की गहनता से जांच करके उन्हें कब्जे में लिया गया।
विभागीय टीम इस दबिश से मिले तमाम सबूतों के सहारे इसकी तह तक पहुंचने का प्रयास कर रही है। वहीं इस कार्रवाई के दौरान टीम ने माधव एलॉय से 35 लाख रुपए जमा करवा लिए हैं, जबकि अन्य केसों से 2 करोड़ रुपए के लगभग आने की उम्मीद है। गौरतलब है कि किसी भी मैन्यूफैक्चरिंग आइटम पर 12.5 फीसदी एक्साइज ड्यूटी होती है और यह उसी की चोरी से संबंधित मामला है।