Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Aug, 2017 09:26 AM
जिला स्वास्थ्य अधिकारी लखबीर सिंह भागोवालिया ने बताया कि काफी समय से शिकायतें मिल रही थीं कि शहर में पीने के बिकने वाले पानी की फैक्टरियां बिना लाइसैंस के चल रही हैं, जिस पर कार्रवाई करते हुए जिला फूड सेफ्टी एक्ट अधिकारी डा. गगनदीप कौर व डा....
अमृतसर(अवधेश): जिला स्वास्थ्य अधिकारी लखबीर सिंह भागोवालिया ने बताया कि काफी समय से शिकायतें मिल रही थीं कि शहर में पीने के बिकने वाले पानी की फैक्टरियां बिना लाइसैंस के चल रही हैं, जिस पर कार्रवाई करते हुए जिला फूड सेफ्टी एक्ट अधिकारी डा. गगनदीप कौर व डा. जतिन्द्र सिंह ने छहर्टा स्थित जी-एक्वा पर छापामारी की।
फैक्टरी मालिक के पास न तो फूड सेफ्टी एक्ट का लाइसैंस था और न पानी टैस्ट रिपोर्ट थी और पानी को गिलास, बोतलों में भरकर बेचने के लिए जी.आई.ए.एस. का लाइसैंस भी नहीं था, जिस पर उक्त फैक्टरी को सील कर दिया गया। इसके बाद टीम ने नील धारा फैक्टरी से पानी के सैंपल लिए। उक्त फैक्टरी के पास लाइसैंस थे। इसके बाद बवलस व हैल्थी सिप फैक्टरियों में छापामारी की गई तो उक्त दोनों फैक्टरी मालिकों ने बताया कि उन्होंने सील बंद पानी बेचने का काम बंद कर दिया है, जिसका उनसे एफीडेविट लिया गया।
लखबीर सिंह भागोवालिया ने बताया कि 4 फैक्टरियां छहर्टा रोड में, 1 फैक्टरी दुुबुर्जी में व 1 फैक्टरी घालामाला चौक में छापामारी की गई और 4 विभिन्न प्रकार के पानी के सैंपलों को सील किया गया, जिन्हें चंडीगढ़ लैब में चैकिंग के लिए भेज दिया गया है। उन्होंने कहा कि जिले में जितनी भी पानी की फैक्टरियां चल रही हैं, उन सभी पर छापामारी की जाएगी, जिन फैक्टरियों के पास लाइसैंस नहीं है, उन पर फूड सेफ्टी एक्ट के आधार पर कार्रवाई कर फैक्टरियों को सील किया जाएगा।