Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Sep, 2017 07:36 AM
मेयर सुनील ज्योति के 5 वर्ष के कार्यकाल की अंतिम एफ. एंड सी.सी. बैठक 22 सितम्बर प्रात: 11 बजे होगी, जो हर बार की तरह हंगामाखेज होनी तय है। घटनाक्रम को देखा जाए तो साफ है कि कल की बैठक दौरान कमलजीत भाटिया,.....
जालंधर (खुराना): मेयर सुनील ज्योति के 5 वर्ष के कार्यकाल की अंतिम एफ. एंड सी.सी. बैठक 22 सितम्बर प्रात: 11 बजे होगी, जो हर बार की तरह हंगामाखेज होनी तय है। घटनाक्रम को देखा जाए तो साफ है कि कल की बैठक दौरान कमलजीत भाटिया, ओबराय तथा रवि महेन्द्रू पर आधारित तिकड़ी मेयर सुनील ज्योति व कमिश्नर डा. बसंत गर्ग को बात-बात पर घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।
निगम प्रशासन तथा मेयर ने कल की बैठक हेतु 137 प्रस्तावों वाला भारी-भरकम एजैंडा रखा है परंतु इस एजैंडे में ज्यादातर आइटमें वह हैं जिन्हें मेयर द्वारा एंटीसिपेशन की पावर का इस्तेमाल करके पहले ही पास किया जा चुका है। इसीलिए सीनियर डिप्टी मेयर कमलजीत सिंह भाटिया साफ कह चुके हैं कि मेयर ने आनन-फानन में बैठक रख कर उनके कंधों पर बंदूक चलाने का फैसला लिया है। भाटिया ने कहा कि वह शहर के विकास के हित में हैं और विकास से संबंधित कोई प्रस्ताव रोका नहीं जाएगा परंतु वित्तीय गड़बड़ी भी किसी कीमत पर सहन नहीं की जाएगी।
नहीं हुई प्री-एजैंडा बैठक
कल नगर निगम में अकाली दल द्वारा किए गए सम्मान समारोह दौरान बात चली थी कि मेयर द्वारा भाटिया से एफ. एंड सी.सी. बैठक पर प्री-एजैंडा मीटिंग की जाएगी ताकि बैठक दौरान हंगामे की स्थिति पैदा न हो परंतु आज ऐसी कोई बैठक नहीं हुई। यह भी पता चला है कि मेयर वायरल से पीड़ित होने के कारण आज पूरा दिन बैड रैस्ट पर रहे।
तिकड़ी ने बनाई रणनीति
राजनीतिक सूत्रों की मानें तो निगम की इस अंतिम बैठक के दृष्टिगत मेयर विरोधी खेमे में जाने जाते कमलजीत भाटिया, ओबराय व रवि महेन्द्रू ने आज आपस में एक बैठक की और कल की मीटिंग बारे रणनीति बनाई। सूत्र बताते हैं कि सबसे पहले एंटीसिपेशन वाले प्रस्तावों का हिसाब लिया जाएगा क्योंकि इन तीनों का मानना है कि एजैंडे में डाले गए प्रस्तावों में इस बार एंटीसिपेशन बारे गोल-मोल सा लिखा गया है।
बैठक की कंफर्मेशन कौन करेगा
एफ. एंड सी.सी. की अंतिम बैठक 22 सितम्बर को है जबकि मेयर, भाटिया तथा अन्य सभी पार्षदों का कार्यकाल 24 सितम्बर को खत्म हो रहा है। 24 को शनिवार है इसलिए कार्यकाल का अंतिम दिन 23 सितम्बर ही रहेगा। ऐसे में कल होने वाली बैठक की प्रोसीङ्क्षडग की कंफर्मेशन कौन करेगा, इसे लेकर संशय बरकरार है। इस मामले में जब भाटिया से सम्पर्क किया गया तो उन्होंने माना कि कायदे के मुताबिक अगर प्रोसीङ्क्षडग की कंफर्मेशन न हुई तो बैठक ही अवैध मानी जाएगी इसलिए उचित होगा यदि उसी समय प्रोसीङ्क्षडग लिख कर इन्हीं मैम्बरों से कंफर्मेशन भी करवा ली जाए।