Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Jun, 2017 01:11 PM
रेत खदानों के मामले में फंसे सिंचाई एवं बिजली मंत्री राणा गुरजीत सिंह को लेकर कांग्रेस में उदल-पुथल मच गई है।
चंडीगढ़ः रेत खदानों के मामले में फंसे सिंचाई एवं बिजली मंत्री राणा गुरजीत सिंह को लेकर कांग्रेस में उदल-पुथल मच गई है। शायद यही कारण है कि जून में होने वाले कैप्टन सरकार के मंत्रीमंडल विस्तार पर ब्रेक लग गई है। लगभग एक सप्ताह से कैप्टन सरकार राणा विवाद में उलझी हुई है। हालांकि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने विवाद खत्म करने अौर सरकार की छवि को बरकरार रखते हुए जांच अायोग का गठन कर दिया है लेकिन इसके बाद भी विपक्ष अारोप लगाने में जुटा है।
रेत खदानों की नीलामी में राणा गुरजीत सिंह की मिलीभगत का मुद्दा विपक्ष उठा रहा है जिससे सरकार बैकफुट पर अा गई है। राणा मामले की जांच के लिए सरकार ने अायोग का गठन किया ताकि मामला शांत हो जाए लेकिन मामला अौर तूल पकड़ता दिख रहा है जिस कारण मंत्रीमंडल का विस्तार लटक गया है। वहीं राणा का विरोध करने वाले विधायकों की नजर उनकी सीट पर है। किसी प्रकार से अगर राणा पद से हटते हैं तो उनके स्थान पर किसी दूसके नेता को मौका मिल जाएगा।