Edited By Updated: 19 Jan, 2017 09:47 AM
कस्टम विभाग की तरफ से पाकिस्तान से आई मालगाड़ी की बोगी के प्रैशर सिलैंडर जोकि अत्यंत खतरनाक सिलैंडर होता है, में से हैरोइन की खेप पकड़े जाने का मामला सामने आने के बाद एक बार फिर से पाकिस्तानी मालगाड़ी चर्चा में आ गई है......
अमृतसर(नीरज): कस्टम विभाग की तरफ से पाकिस्तान से आई मालगाड़ी की बोगी के प्रैशर सिलैंडर जोकि अत्यंत खतरनाक सिलैंडर होता है, में से हैरोइन की खेप पकड़े जाने का मामला सामने आने के बाद एक बार फिर से पाकिस्तानी मालगाड़ी चर्चा में आ गई है और मालगाड़ी से तस्करी करने वाले तस्करों की चर्चा होनी शुरू हो गई है तथा यह सवाल भी पैदा हो रहा है कि आखिरकार पाकिस्तानी मालगाड़ी से हैरोइन की खेप कौन मंगवाता है? और किस प्रकार से बोगी के प्रैशर सिलैंडर से हैरोइन की खेप निकाली जाती है। विभाग ने पाकिस्तान से आई सभी 33 बोगियों के प्रैशर सिलैंडरों को खंगालना शुरू कर दिया है और चप्पे-चप्पे की रैमजिंग की जा रही है।
डिप्टी कमिश्नर कस्टम जसमीत सिंह की टीम की तरफ से पाकिस्तानी तस्करों के इरादों को तो नाकाम कर दिया गया है लेकिन मालगाड़ी का तस्कर अभी भी विभाग के शिकंजे से बाहर है। कस्टम कमिश्नर संजय गहलोत का ही कहना है कि मालगाड़ी की बोगी के प्रैशर सिलैंडर में हैरोइन की खेप को छिपाना किसी आम तस्कर के वश की बात नहीं है बल्कि यह खेप रेलवे के तकनीकी माहिर की मदद से ही छिपाई जा सकती है, इतना ही नहीं इसको निकालने के लिए भी रेलवे के तकनीकी माहिर की ही मदद ली जा सकती है क्योंकि प्रैशर सिलैंडर को खोलना साधारण व्यक्ति के वश की बात नहीं है, इसको खोलते समय प्रैशर के कारण इसका नट गोली की तरह निकलता है जिसके लगने से मौत भी हो सकती है।
पाकिस्तान से जब भारतीय व्यापारियों ने मालगाड़ी के जरिए सीमैंट का आयात शुरू किया तो भारी मात्रा में रेल कार्गो पर मालगाड़ी के जरिए सीमैंट का आयात शुरू हो गया। हजारों मीट्रिक टन पाकिस्तानी सीमैंट मालगाड़ी के जरिए आना शुरू हो गया लेकिन पाकिस्तानी तस्करों ने सीमैंट के साथ-साथ हैरोइन की खेप को भी भेजना शुरू कर दिया, जिससे कई व्यापारी भी जांच के घेरे में आ गए और हालात यह बन गए कि व्यापारियों ने पाकिस्तान से सीमैंट का आयात ही बंद कर दिया और धीरे-धीरे रेल कार्गो का सारा काम आई.सी.पी. अटारी में शिफ्ट हो गया और ट्रकों के जरिए सीमैंट का आयात शुरू हो गया। आज हैरोइन तस्करी के कारण रेल कार्गो पर आयात 90 प्रतिशत तक कम हो गया है।
कस्टम विभाग ने भी रेल कार्गो पर कई बार लगाए ट्रैप
पाकिस्तान से आई मालगाड़ी की बोगियों से हैरोइन की खेप मंगवाने वाले रेल कार्गो के तस्कर को पकडऩे के लिए कस्टम विभाग की टीम की तरफ से कई बार इंटरनैशनल रेल कार्गो अमृतसर में ट्रैप भी लगाया गया लेकिन कोई कामयाबी नहीं मिली।
अटारी स्टेशन, छहर्टा व अमृतसर इंटरनैशनल कार्गो हैं मालगाड़ी के पड़ावअटारी बार्डर क्रास करके भारतीय सीमा में आने वाली पाकिस्तानी मालगाड़ी का पहला पड़ाव अंतर्राष्ट्रीय अटारी रेलवे स्टेशन होता है और इसके बाद छहर्टा व अंतिम पड़ाव इंटरनैशनल रेल कार्गो अमृतसर होता है इसी रेल कार्गोमें मालगाड़ी की बोगियों को खड़ा किया जाता है और हैरोइन तस्कर इसी कार्गो से हैरोइन की खेप को निकालने का काम करते हैं। अब इस खेप को निकालने में किस तकनीकी माहिर की मदद ली जा रही है और कौन-सा तस्कर इस खेप को निकालता है, यह जांच का विषय है।
यह पहली बार नहीं हुआ है कि अंतर्राष्ट्रीय अटारी रेलवे स्टेशन पर कस्टम विभाग की टीम ने पाकिस्तान से आई मालगाड़ी की बोगियों की वैक्यूम पाइप व प्रैशर सिलैंडर से हैरोइन की खेप जब्त की है बल्कि पिछले वर्षों के दौरान दर्जनों बार ऐसे मामले सामने आए हैं लेकिन मौजूदा समय में मालगाड़ी से हैरोइन की खेप मंगवाने वाला तस्कर कौन है, यह फिर से एक सवाल बन गया है।
मालगाड़ी से हैरोइन स्मगलिंग के मामलों पर नजर दौड़ाएं तो पता चलता है कि पाकिस्तान से आयातित सामान की बोगियों की कैवेटीज से स्मगङ्क्षलग की हैरोइन के साथ डी.आर.आई. (डायरैक्टोरेट ऑफ रैवेन्यू इंटैलीजैंस) द्वारा तस्करों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है।
डी.आर.आई. की तरफ से हैरोइन की खेप पकड़े जाने के पिछले 3 वर्षों के आंकड़ों पर नजर दौड़ाई जाए तो पता चलता है कि विभाग ने 19 अक्तूबर 2012 को कुछ इसी प्रकार से 23 किलो हैरोइन पकड़ी थी और 2 कुलियों को गिरफ्तार किया था, जिसमें कुलियों से की गई जांच के बाद अटारी बार्डर स्थित गांव मोदे के पंजाब पुलिस के सब-इंस्पैक्टर रणजीत सिंह को आरोपी पाया गया था और रणजीत सिंह फरार हो गया। रणजीत सिंह को पकडऩे के लिए छापेमारी की गई, जिस दौरान पुलिस की तरफ से रणजीत सिंह को नौकरी से बर्खास्त भी कर दिया गया और अजनाला पुलिस ने रणजीत को गिरफ्तार करने के बाद जेल भेज दिया। फिलहाल एक बार फिर से पाकिस्तानी तस्करों के इरादों को तो नाकाम कर दिया गया है लेकिन रेल कार्गो का मौजूदा शातिर तस्कर एक बार फिर से सुरक्षा एजैंसियों के शिकंजे से निकलने में कामयाब हो गया है।
हैरोइन की खेप पकड़े जाने से व्यापारियों में खौफ
मालगाड़ी की बोगियों से जब भी हैरोइन की खेप पकड़ी जाती है तो उन व्यापारियों में दहशत का माहौल बन जाता है जो अभी भी मालगाड़ी के जरिए वस्तुओं का आयात करते हैं या फिर निर्यात करते हैं, क्योंकि जांच एजैंसियां उस व्यापारी को भी जांच के घेरे में ले लेती हैं जिसकी बोगी से हैरोइन की खेप पकड़ी जाती है फिलहाल हैरोइन की खेप पकड़े जाने के मामले ने पाकिस्तान के साथ आयात-निर्यात करने वाले व्यापारियों को डरा दिया है।
रेल कार्गो पर ही पकड़ी गई अब तक की सबसे बड़ी खेप
अमृतसर स्थित अंतर्राष्ट्रीय रेल कार्गो पर ही सबसे बड़ी खेप पकड़ी गई और कस्टम विभाग ने सभी खेपों को ब्लाइंड केस बना दिया। 105 किलो हैरोइन की खेप भी इसी प्रकार से पाकिस्तान से आने वाली मालगाड़ी की बोगियों से जब्त की गई और इस बार महानगर के एक बड़े होटल व्यापारी का नाम भी उछल गया। पाकिस्तानी तस्करों ने हैरोइन भेजने का सिलसिला लगातार जारी रखा और भारी मात्रा में हैरोइन जब्त कीगई, यह सिलसिला आज भी जारी है।