Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Dec, 2017 05:29 PM
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह द्वारा अपने मंत्रिमंडल में विस्तार लुधियाना कार्पोरेशन चुनाव के बाद किया जाएगा।
जालन्धर (धवन): पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह द्वारा अपने मंत्रिमंडल में विस्तार लुधियाना कार्पोरेशन चुनाव के बाद किया जाएगा। पहले यह माना जा रहा था कि शायद मुख्यमंत्री द्वारा मंत्रिमंडल में विस्तार तीन कार्पोरेशनों जालन्धर, अमृतसर व पटियाला में चुनाव सम्पन्न करवाने के बाद कर दिया जाएगा परन्तु अब पार्टी व सरकार के अंदर यह राय बन रही है कि लुधियाना कार्पोरेशन चुनाव भी जनवरी के पहले सप्ताह में करवा लिए जाएं। उसके बाद मंत्रिमंडल विस्तार का पिटारा खोला जाए। । मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह चाहते हैं कि लुधियाना में कार्पोरेशन चुनाव जनवरी के पहले सप्ताह में करवा लिए जाएं। 3 कार्पोरेशन शहरों व नगर कौंसिल चुनावों में कांग्रेस को मिली भारी सफलता को पार्टी लुधियाना में भी लुभाना चाहती है।
कांग्रेसी हलकों ने बताया कि लुधियाना से भी विधायक को मंत्री पद दिया जाना है। कार्पोरेशन चुनाव सम्पन्न करने के बाद ही मंत्रिमंडल विस्तार होने से लुधियाना के समूचे विधायक कांग्रेस की जीत के लिए डटे रहेंगे। अगर पहले मंत्रिमंडल विस्तार कर लिया गया तो संभव है कि सभी विधायक पूरे मन से काम न करें। इसे देखते हुए संभवत: कांग्रेस द्वारा मुख्यमंत्री को यही सुझाव दिया गया है कि कार्पोरेशन चुनाव में पार्टी के लिए सर्वश्रेष्ठ काम करने वाले विधायक को मंत्री पद देकर नवाजा जाए।
3 कार्पोरेशन शहरों में कांग्रेस को भारी सफलता मिली थी। इस समय पंजाब मंत्रिमंडल में कुल 10 मंत्री हैं। कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने अभी 8 मंत्रियों को और अपने मंत्रिमंडल में शामिल करना है। मुख्यमंत्री द्वारा मंत्रिमंडल विस्तार करते समय सभी वर्गों में संतुलन स्थापित किया जाएगा। हिंदु, जाट व दलित सभी समुदायों को मंत्रिमंडल में स्थान मिलेगा।
मंत्री बनने के इच्छुक विधायक कैप्टन के इर्द-गिर्द चक्कर लगाने लगे
पंजाब मंत्रिमंडल में स्थान पाने के लिए कांग्रेसी विधायक मुख्यमंत्री के इर्द-गिर्द घूम रहे हैं क्योंकि उन्हें पता है कि कैप्टन का हाथ जिस पर पड़ेगा उसकी लॉटरी लग जाएगी परन्तु कैप्टन मंत्रिमंडल में विस्तार करते समय पिछले 10 वर्षों में कांग्रेसी नेताओं की निष्ठा को भी ध्यान में रखेंगे। कई कांग्रेसी विधायक व नेता कैप्टन के संकटकाल में उनका साथ छोड़ गए थे तथा वह गिरगिट की तरह रंग बदलते रहे। ऐसे नेताओं का मंत्रिमंडल में स्थान लगना मुश्किल है।
कौन-कौन हैं मंत्री पद की दौड़ में
पंजाब में मंत्री बनने के इच्छुक विधायकों में इस समय सुखजिंद्र सिंह रंधावा (डेरा बाबा नानक), ओ.पी. सोनी (अमृतसर केंद्रीय), डा. राज कुमार वेरका (अमृतसर पश्चिमी), राकेश पांडे (लुधियाना उत्तरी), सुरिन्द्र डावर (लुधियाना केंद्रीय), विजेइंद्र सिंगला (संगरूर), राणा गुरमीत सोढी (गुरु हरसहाय), राजा वडिंडग (गिद्दड़बाहा) आदि नाम चल रहे हैं। इसी तरह से दोआबा से भी कुछ विधायकों के नाम मंत्री पदों के लिए सामने आ रहे हैं।