Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Nov, 2017 11:44 PM
बड़ी उम्मीदों के साथ प्रदेश की जनता ने अकाली-भाजपा सरकार को खदेड़ कर एक बार फिर से कैप्टन सरकार पर विश्वास जताया था। कैप्टन सरकार को सत्ता संभाले 8 महीने बीत चुके हैं मगर प्रदेश की जनता के लिए कुछ भी अच्छा नहीं हो रहा है। कुछ मामलों में तो हालात...
जालंधर(रविंदर शर्मा): बड़ी उम्मीदों के साथ प्रदेश की जनता ने अकाली-भाजपा सरकार को खदेड़ कर एक बार फिर से कैप्टन सरकार पर विश्वास जताया था। कैप्टन सरकार को सत्ता संभाले 8 महीने बीत चुके हैं मगर प्रदेश की जनता के लिए कुछ भी अच्छा नहीं हो रहा है। कुछ मामलों में तो हालात पहले से भी बदतर साबित हो रहे हैं। कैप्टन सरकार जनता से किए एक भी वायदे को हकीकत में नहीं बदल सकी है। अब तो सरकार के वायदों को लेकर भी सवाल खड़े होने लगे हैं।
प्रदेश के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने सत्ता में आने से पहले जनता से बड़े-बड़े वायदे किए थे। इनमें से एक बड़ा वायदा था, बेरोजगारी खत्म करने का-यानी हर घर नौकरी देने का। इसको लेकर प्रत्येक विधानसभा हलके में बाकायदा कांग्रेस ने कैंप भी लगाए थे। कैंप में लोगों के फार्म तक भरे गए थे। कई लोग तो इस उम्मीद में थे कि कांग्रेस सरकार आते ही उनकी सरकारी नौकरी लग जाएगी।
लोगों ने धड़ाधड़ नौकरियों के फार्म भरे और कांग्रेस के खाते में वोट डाले। जनता से मिले भारी समर्थन से 10 साल बाद प्रदेश में कांग्रेस की वापसी हुई। लोगों को उम्मीद थी कि कैप्टन सरकार उनकी उम्मीदें पूरी करेगी और अपने वायदों को निभाएगी, मगर पिछले 8 महीनों में कैप्टन सरकार जनता से किया एक भी वायदा निभा नहीं पाई। नौकरी देना तो दूर की बात पहले से मिल रहा बेरोजगारी भत्ता भी बंद कर दिया गया। पिछले 5 महीनों से किसी भी बेरोजगार को बेरोजगारी भत्ता नहीं दिया गया। लगातार बेरोजगारी बढऩे से पहले ही माता-पिता अपने बच्चों के लिए नौकरी की उम्मीद छोड़ चुके हैं और अधिकांश अभिभावक अपने बच्चों को हायर स्टडी के लिए विदेशी धरती पर भेज रहे हैं।
वहीं, विदेश न जाने वाले युवा रोजगार न मिलने के कारण नशे जैसी सामाजिक बुराई की दलदल में फंस रहे हैं। एक आंकड़े के मुताबिक प्रदेशभर में 15 लाख के करीब युवाओं ने खुद को रोजगार दफ्तर में रजिस्टर्ड करवाया है। रोजगार न मिलने की सूरत में इन युवाओं को हर महीने बेरोजगारी भत्ता देने का प्रावधान है। कैप्टन सरकार ने यह भी बंद कर दिया है। लोगों से हर घर नौकरी देने के वायदे के भरे फार्म अब किसी कोने में टोकरियों में पड़े मिलेंगे या फिर कूड़े के ढेर पर।
सत्ता में आने के बाद नौकरियों को लेकर कोई सर्वे नहीं किया गया और न ही सरकार ने रोजगार जैनरेट करने का कोई प्रयास किया। ऐसे में लगातार बेरोजगारी प्रदेश की जनता को घेर रही है। लोगों में दिन-ब-दिन सरकार के प्रति आक्रोश बढ़ रहा है, खास तौर पर युवा वर्ग में। युवाओं का कहना है कि जनता से झूठे वायदे कर यह सरकार सत्ता में आई है और अगर सरकार ने हर घर नौकरी देने का वायदा नहीं निभाया तो मजबूरन युवाओं को भी सड़कों पर उतरना पड़ेगा।
क्या कहते हैं प्रदेश के वित्त मंत्री
प्रदेश के वित्त मंत्री मनप्रीत बादल कहते हैं कि अकाली-भाजपा सरकार ने प्रदेश की आॢथक स्थिति को पूरी तरह कंगाल कर दिया है। विरासत में मिली इस व्यवस्था को संभालने में अभी कुछ वक्त जरूर लगेगा। वह कहते हैं कि कांग्रेस सरकार अपने हर वायदे को पूरा करेगी। इसको लेकर सरकार कुछ सख्त कदम भी उठाने जा रही है और जल्द ही युवाओं को रोजगार देने की तरफ कदम भी बढ़ाए जाएंगे।