Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Jun, 2017 08:31 AM
नगर निगम ने शहर के सीवरेज के पानी को ट्रीट करने के लिए हाल ही में 4 स्थानों पर नए ट्रीटमैंट प्लांट स्थापित किए हैं परंतु नगर निगम तथा सीवरेज बोर्ड के अधिकारियों की लापरवाही के कारण यह ट्रीटमैंट प्लांट ज्यादा कामयाब नहीं हो रहे और न ही शहर की जरूरत...
जालंधर (खुराना): नगर निगम ने शहर के सीवरेज के पानी को ट्रीट करने के लिए हाल ही में 4 स्थानों पर नए ट्रीटमैंट प्लांट स्थापित किए हैं परंतु नगर निगम तथा सीवरेज बोर्ड के अधिकारियों की लापरवाही के कारण यह ट्रीटमैंट प्लांट ज्यादा कामयाब नहीं हो रहे और न ही शहर की जरूरत को पूरा कर पा रहे हैं।
अभी एक-दो साल पहले ही नगर निगम ने बस्ती पीरदाद में ट्रीटमैंट प्लांट चालू किया है परंतु उसे बनाने में इतनी नालायकी बरती गई है कि प्लांट जहां 50 एम.एल.डी. का है वहां उसमें ट्रीट होने हेतु जाता गंदा पानी ही 70 एम.एल.डी. से अधिक है। पर्यावरण प्रेमी संत बाबा सीचेवाल ने पिछले दिनों काला सिंघा ड्रेन को प्रदूषण मुक्त करने का अभियान छेड़ा था, जिसके तहत ड्रेन का गंदा पानी बस्ती पीरदाद प्लांट की ओर मोड़ दिया गया परंतु ऐसा करते ही उस प्लांट की बस हो गई।
बाबा सीचेवाल को संतुष्ट करने तथा समस्या का हल ढूंढने के लिए नए ट्रीटमैंट प्लांट की स्थापना पर विचार हुआ, जिसके लिए सीवरेज बोर्ड ने अब 59 करोड़ का एस्टीमेट निगम के हाथों में थमा दिया है जिससे 50 एम.एल.डी. का ट्रीटमैंट प्लांट लगाया जाएगा। इस प्रोजैक्ट को पार्षद हाऊस में लाने पर विचार किया जा रहा है।
फंड कहां से आएंगे, कोई अता-पता नहीं
सीवरेज बोर्ड ने निगम को 59 करोड़ का एस्टीमेट तो भेज दिया है परंतु निगम इस हेतु फंड कहां से जुटाएगा, इसका कोई अता-पता नहीं है क्योंकि यह नया प्लांट अब किसी केन्द्र सरकार की योजना में शामिल नहीं है और राज्य सरकार इतना भारी खर्च वहन नहीं कर पाएगी। इसलिए यह मामला लटक जाने की संभावना है।