Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Jan, 2018 05:19 PM
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दामों में लगातार बढ़ौतरी होने से पैट्रोल व डीजल के दाम शिखर पर पहुंचते दिखाई दे रहे हैं जिससे आने वाले दिनों में महंगाई का डंक भारतीय अर्थव्यवस्था में फिर से हावी होता हुआ दिखाई दे रहा है।
जालन्धर (धवन): अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दामों में लगातार बढ़ौतरी होने से पैट्रोल व डीजल के दाम शिखर पर पहुंचते दिखाई दे रहे हैं जिससे आने वाले दिनों में महंगाई का डंक भारतीय अर्थव्यवस्था में फिर से हावी होता हुआ दिखाई दे रहा है। पैट्रोल के दाम रिटेल बाजार में आज 76.62 रुपए प्रति लीटर तक पहुंच गए हैं जबकि दूसरी ओर डीजल ने भी लगातार ऊपर की ओर छलांग लगाई हुई है। डीजल भी 62 रुपए प्रति लीटर के स्तर पर पहुंच चुका है।
पैट्रोल व डीजल महंगा होने से महंगाई इसलिए बढ़ सकती है क्योंकि ट्रकों द्वारा माल भाड़े में बढ़ौतरी की जा सकती है जिससे खाद्य वस्तुओं व सब्जियों के दामों में बढ़ौतरी हो जाएगी। पैट्रोल के दाम 8 जनवरी को 75 प्रति लीटर थे जो अब 76.62 रुपए प्रति लीटर तक पहुंच चुके हैं। अगर अंतर्राष्ट्रीय बाजार में इसी तरह से कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ौतरी का रुख बना रहा तो इस बात में आश्चर्य नहीं होगा कि पैट्रोल के दाम 80 रुपए प्रति लीटर को छू जाएंगे तथा डीजल भी 65 से 66 रुपए प्रति लीटर तक पहुंच जाएगा। बताया जाता है कि सियासी हलकों में भी आने वाले दिनों में महंगाई को लेकर जंग छिड़ सकती है। पैट्रोलियम उत्पादों के दामों पर नियंत्रण के लिए केंद्र सरकार ने अभी तक कोई उपाय नहीं किया है तथा न ही पैट्रोलियम उत्पादों पर एक्साइज ड्यूटी पर कटौती की गई है।
पैट्रोलियम उत्पादों की कीमतों पर जब से केंद्र सरकार ने नियंत्रण हटाया है तब से इसके दामों में भारी उछाल देखने को मिल रहा है। कांग्रेस भी आने वाले दिनों में इस मामले को लेकर केंद्र की भाजपा सरकार पर हमला बोल सकती है। पंजाब कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने कहा कि भाजपा जब विपक्ष में थी तो रोजाना यू.पी.ए. सरकार पर पैट्रोल व डीजल के दामों को लेकर हमला बोलती थी परन्तु अब उसने खामोशी क्यों धारण की हुई है। जाखड़ ने यह भी कहा कि इस संबंध में प्रधानमंत्री व केंद्रीय वित्त मंत्री दोनों को दखल देकर बढ़ते पैट्रोलियम उत्पादों की कीमतों पर एक्साइज ड्यूटी को कम करना चाहिए।