नशे ने पंजाब की जवानी को किया बर्बाद, हर साल होती है इतनी मौतें

Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Jun, 2017 12:55 PM

drugs kills the youth of punjab

दुनिया भर में नशा एक गंभीर समस्या के रूप में उभर कर सामने आया है। ताजा सर्वे के अनुसार विश्व में हार साल एक लाख 90 हजार लोगों की नशों के कारण मौत हो जाती है। मौत का यह आंकड़ा बेहद चिंताजनक है। यदि नशा प्रवृत्ति को समय रहते न रोका गया तो इससे मरने...

अमृतसर(दलजीत): दुनिया भर में नशा एक गंभीर समस्या के रूप में उभर कर सामने आया है। ताजा सर्वे के अनुसार विश्व में हार साल एक लाख 90 हजार लोगों की नशों के कारण मौत हो जाती है। मौत का यह आंकड़ा बेहद चिंताजनक है। यदि नशा प्रवृत्ति को समय रहते न रोका गया तो इससे मरने वालों की संख्या और भी बढ़ सकती है। 26 जून को ‘इंटरनैशनल डे अगेंस्ट ड्रग एब्यूज डे’ के अवसर पर मजीठा रोड स्थित परिवर्तन नशा मुक्ति केंद्र में एक सैमीनार करवाया गया। सुमन इंफो हैल्थ केयर प्राइवेट लि. कंपनी चंडीगढ़ द्वारा संचालित परिवर्तन नशा मुक्ति केंद्र में आयोजित सैमीनार के दौरान विधायक सुनील दत्ती मुख्यातिथि के रूप में शामिल हुए।

इस दौरान कंपनी के एम.डी. सत्येन्द्र टकियार ने कहा कि नशा एक ऐसी बीमारी है, जिससे जंग लड़ कर ही जीता जा सकता है। नशे की गिरफ्त में फंसा व्यक्ति बीमार होता है। उसकी मानसिक अवस्था भी ठीक नहीं होती। ऐसे में उसे सहानुभूति दिखा कर ही इस बीमारी से बचाया जा सकता है। सहयोग और सहानुभूति से नशेड़ी को समाज की मुख्यधारा में वापस लाया जा सकता है। नशे की रोकथाम के लिए पंजाब सरकार ने बेहतरीन प्रयास किए हैं। पंजाब को नशा मुक्त करने की दिशा में मौजूदा सरकार का अहम योगदान सामने आ रहा है।

नशा रोकने के लिए सरकार तो अपने स्तर पर प्रयास कर रही है, लेकिन आज जरूरत है कि समाजसेवी संस्थाएं व जागरूक लोग आगे आएं। सभी को इस में सहभागी बन कर नशे के खिलाफ एक व्यापक अभियान चलाना जरूरी है। इस दौरान विधायक सुनील दत्ती ने कहा कि नशे की गिरफ्त में फंसे नौजवान खुद तो असहाय होते ही हैं, वहीं उनका परिवार भी टूटकर बिखर जाता है।

नशा करने वाले नशा पूर्ति के लिए कई बार ऐसी वारदातें कर जाते हैं, जिससे उन्हें व उनके परिवार वालों को पूरा जीवन भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी के एक प्रोफैसर द्वारा किए गए सर्वे में यह स्पष्ट हुआ है कि 70 प्रतिशत युवा नशों का सेवन करते हैं। सियासी व पुलिस की मिलीभगत के कारण अब तक पंजाब में नशे का कारोबार फलता-फूलता रहा, लेकिन कैप्टन अमरेंद्र सिंह की सरकार ने नशे के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं। इसमें काफी सफलता मिली है। इस प्रकार पंजाब में आतंकवाद का सफाया हुआ था। उसी प्रकार अब नशीले आतंकवाद का सफाया भी सरकार करेगी।

इस दौरान परिवर्तन नशा मुक्ति केंद्र के एम.डी. साइकेट्रिक लंदन डा. असीम गर्ग ने कहा कि सुमन इंफो हैल्थ केयर प्राइवेट लिमिटेड द्वारा पंजाब में नशे की गिरफ्त में फंसे नौजवानों को बाहर निकालने का काम किया जा रहा है। नशे के कारण युवा मानसिक, शारीरिक व सामाजिक रूप से पिछड़ कर दुनिया भर में एक गंभीर समस्या के रूप में सामने आए हैं।

ताजा सर्वे के अनुसार विश्व में प्रतिवर्ष एक लाख 90 हजार लोगों की नशे के कारण मौत हो जाती है। हैरानी की बात यह है कि वर्तमान समय में युवाओं के अलावा किशोरों में भी नशा प्रवृत्ति बढ़ रही है। युवा हैरोइन जैसे नशे की लत में फंस रहे हैं, जो न केवल उन्हें मानसिक रूप से बीमार बना रहा है, बल्कि उनकी आर्थिक स्थिति भी कमजोर हो रही है। इस अवसर पर जी.एम. मार्कीटिंग दलबीर पुंडीर, जी.एम. एडमिन राजप्रीत सिंह, सुरेन्द्र सिंह आदि उपस्थित थे।

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!