Edited By Updated: 21 Jan, 2017 08:40 AM
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा आई.ई.सी./बी.सी.सी. गतिविधियों के तहत जिला स्तरीय ड्रग डी-एडिक्शन वर्कशॉप का आयोजन नशा छुड़ाओ केंद्र सिविल अस्पताल में किया गया।
जालंधर (रत्ता): स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा आई.ई.सी./बी.सी.सी. गतिविधियों के तहत जिला स्तरीय ड्रग डी-एडिक्शन वर्कशॉप का आयोजन नशा छुड़ाओ केंद्र सिविल अस्पताल में किया गया। वर्कशाप के शुरू में नशा छुड़ाओ केंद्र के इंचार्ज डा. निर्दोष गोयल ने सिविल सर्जन डा. मङ्क्षनद्र मिन्हास, मैडीकल सुपरिंटैंडैंट डा. के.एस. बावा, डी.एम.सी. डा. हरप्रीत कौर मान को पुष्पगुच्छ भेंट कर उनका स्वागत किया। उपस्थिति को संबोधित करते हुए सिविल सर्जन डा. मङ्क्षनद्र कौर ने कहा कि नशा बहुत बुरी आदत है और यह इंसान को मानसिक एवं शारीरिक तौर पर खोखला कर देता है। नशे की गिरफ्त में आने वाला जहां खुद कई गंभीर बीमारियों का भी शिकार हो जाता है, वहीं उसका असर परिवार पर भी पड़ता है।
उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा हर जिले में नशा छुड़ाओ केंद्र बनाए गए हैं जहां प्रशिक्षित स्टाफ व विशेषज्ञ डाक्टरों द्वारा नशे के आदी लोगों का इलाज किया जाता है। वर्कशाप में मैडीकल सुपरिंटैंडैंट डा. बावा, डा. गोयल, डा. अमन सूद, डा. संजीव लोचन, डा. संजय खन्ना ने भी कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी। इस अवसर पर एस.एम.ओज, नोडल आफिसर्ज, पैरा-मैडीकल स्टाफ भी उपस्थित था।