Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Nov, 2017 01:53 PM
अढाई साल पुराने अंतरराष्ट्रीय हैरोइन तस्करी मामले में आम आदमी पार्टी के विधायक एवं विधानसभा में नेता विपक्ष सुखपाल खैहरा की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
फाजिल्काः अढाई साल पुराने अंतरराष्ट्रीय हैरोइन तस्करी मामले में आम आदमी पार्टी के विधायक एवं विधानसभा में नेता विपक्ष सुखपाल खैहरा की मुश्किलें बढ़ गई हैं। फाजिल्का जिला अतिरिक्त सत्र न्यायालय ने उन पर केस चलाने को मंजूरी दे दी है। साथ ही गिरफ्तारी वारंट जारी कर उन्हें 30 नवंबर को तलब किया है।
अदालत ने अन्य संदिग्ध आरोपियों के खिलाफ आए आवेदन को आधार बनाते हुए हैरोइन तस्करों से संलिप्तता के कारण खैहरा, तस्करों के सरगना गुरदेव सिंह की इंग्लैंड में रहने वाली बहन चरणजीत कौर, खैहरा के सुरक्षाकर्मी जोगा सिंह, मेजर सिंह बाजवा व एक अन्य व्यक्ति पर अलग से केस चलाने के आदेश दिए। सभी को 30 नवंबर को अदालत में पेश होना होगा। इनके भी गिरफ्तारी वारंट जारी किए गए हैं।
अदालत ने खैहरा के नजदीकी गुरदेव सिंह सहित अन्य आठ लोगों को सजा सुनाई है। इनमें से पांच को 20-20 साल कैद की सजा सुनाई है। आरोपी अनिल कुमार उर्फ नीलू निवासी हिसानवाला जलालाबाद को भगोड़ा घोषित किया, जबकि एक अन्य काला सिंह को बरी किया गया है।
यह है मामला
मार्च 2015 में सुखपाल सिंह खैहरा के करीबी एवं भुलत्थ मार्कीट कमेटी के चेयरमैन गुरदेव सिंह सहित 10 अन्य लोगों को फाजिल्का पुलिस ने पाकिस्तान से हैरोइन व सोना तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया था। पुलिस ने तस्करों से दो किलोग्राम हैरोइन, 24 सोने के बिस्किट, एक पाक मोबाइल सिम व एक सफारी गाड़ी बरामद की थी। सरगना गुरदेव सिंह फाजिल्का के रास्ते पाकिस्तान से हेरोइन मंगवाता था।
अपने गिरोह के जरिये हैरोइन इंग्लैंड में मेजर सिंह को भेजी जाती थी। मेजर सिंह के पाकिस्तान में तस्कर इम्तियाज अली से संबंध थे। उस समय खैहरा का नाम भी सामने आया था। हालांकि, पुलिस ने खैहरा के खिलाफ केस दर्ज नहीं किया था।
सरगना गुरदेव अौर अाप नेता खैहरा के बीच संबंधों का खुलासा
मार्च 2015 में फाजिल्का पुलिस ने हैरोइन तस्करी ते मुख्य अारोपी एवं भुल्त्थ मार्कीट कमेटी के पूर्व चेयरमैन गुरदेव सिंह को 10 साथियों सहित गिरफ्तार किया था। इस दौरान पुलिस ने खुलासा किया था कि गुरदेव के साथ खैहरा के संबंध हैं। खैहरा पर जांच के लिए एसअाईटी का गठन किया गया था लेकिन अढ़ाई साल बीत जाने के बावदूद एसअाईटी खैहरा के खिलाफ सबूत तक जुटा नहीं पाई।
2015 में अंतरराष्ट्रीय तस्करी के गिरोह का पर्दाफाश करने के दौरान तत्कालीन अाई.जी.परमराज सिंह उमरांनंगल ने कहा था कि जांच में गुरदेव के खैहरा के साथ गहरे संबंध सामने अाए। ये भी पता चला कि दोनों ने 11 माह के दौरान 78 बार बातचीत की। जब गुरदेव का नाम तस्करी मामले में सामने अाया तो खैहरा ने अपने पी.एस.अों.के फोन से उसे 6 बार बात की। यहीं नहीं खैहरा ने गुरदेव की इंंग्लैंड में रहने वाली बहन से भी बात की।